सरकार ने चयन आयोग के दो साल निष्क्रिय रहने के कारण दी राहत
एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में टीजीटी और जेबीटी भर्ती का इंतजार कर रहे हजारों अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की घोषणा के अनुसार राज्य सरकार ने इन भर्तियों में अधिकतम आयु सीमा में दो साल की छूट देने का फैसला लिया है। अब 45 की बजाय 47 वर्ष तक के अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे।
सरकार ने यह निर्णय राज्य कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की निष्क्रियता को देखते हुए लिया है। पेपर लीक विवाद के चलते आयोग दो साल तक लगभग भंग रहा, जिससे बड़ी संख्या में योग्य उम्मीदवार आवेदन करने से वंचित रह गए थे। इसी कारण, सरकार ने अब आयु सीमा में यह अस्थायी छूट दी है।

शिक्षा सचिव कार्यालय की ओर से शुक्रवार को यह आदेश जारी किए गए हैं। एक प्रति राज्य चयन आयोग हमीरपुर को भी भेजी गई है, जिसे अब अपने पोर्टल पर आयु सीमा में यह बदलाव लागू करना होगा।
937 पदों पर चल रही है टीजीटी भर्ती प्रक्रिया
राज्य चयन आयोग की ओर से फिलहाल टीजीटी के 937 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। इनमें आर्ट्स के 425, नॉन मेडिकल के 343 और मेडिकल के 169 पद शामिल हैं।
इच्छुक अभ्यर्थी 30 मई से 3 जुलाई 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। ये भर्तियां राज्य सरकार की नई कार्मिक नीति के तहत की जा रही हैं।
टीजीटी भर्ती के बाद आयोग द्वारा 1000 से अधिक जेबीटी पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा। इन भर्तियों में भी अधिकतम आयु सीमा 47 वर्ष मान्य होगी।

परीक्षा होगी कंप्यूटर बेस्ड, एजेंसी से MOU प्रक्रिया जारी
जानकारी के अनुसार, इन भर्तियों की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) के रूप में आयोजित की जाएगी। इसके लिए सी-डैक जैसी तकनीकी एजेंसी से एमओयू किया जाना प्रस्तावित है। यह व्यवस्था भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।
सरकार का यह निर्णय उन अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत है जो आयु सीमा पार होने के चलते अब तक आवेदन नहीं कर सके थे। साथ ही, नई भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और तकनीकी सुधारों की ओर यह एक सकारात्मक कदम है।







