एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
मुख्यमंत्री के विशेष आह्वान “नशा मुक्त हिमाचल – सुरक्षित भविष्य” को जनभागीदारी के माध्यम से प्रभावी रूप देने हेतु आज उपमंडलाधिकारी (नागरिक) रामपुर हर्ष अमरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में खण्ड स्तरीय चिट्टा विरोधी जागरूकता रैली के सफल आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक उपमंडल कार्यालय में आयोजित की गई।
बैठक में उपमंडलाधिकारी ने विभिन्न प्रशासनिक विभागों, शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों, व्यापारिक संगठनों, सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों, युवा समूहों, पेंशनर एसोसिएशन, एक्स सर्विसमेन तथा सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों से 22 नवम्बर को आयोजित होने वाली इस खण्ड स्तरीय एंटी-चिट्टा रैली में सक्रिय और सुनिश्चित भागीदारी करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक जनसहभागिता से चिट्टे जैसे घातक नशे के दुष्प्रभावों को व्यापक स्तर पर लोगों तक पहुंचाना संभव होगा।

बैठक में जानकारी दी गई कि 22 नवम्बर, 2025 को प्रातः 10 बजे यह रैली राजकीय महाविद्यालय रामपुर से प्रारम्भ होकर पुराना बस स्टैंड, मुख्य बाजार से होती हुई पदम राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर में सम्पन्न होगी। यह खण्ड स्तरीय जन-जागरूकता रैली समाज के सभी वर्गों की भागीदारी के साथ आयोजित की जाएगी।
रैली के माध्यम से युवाओं, अभिभावकों, विद्यार्थियों और आमजन को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाएगा। रैली के रूट निर्धारण, सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सहायता, जनसंपर्क एवं प्रचार-प्रसार योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई तथा संबंधित अधिकारियों और प्रतिनिधियों को दायित्व सौंपे गए। रैली के दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा।
इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी (नागरिक) रामपुर ने चिट्टा को एक अत्यंत घातक सिंथेटिक नशा बताते हुए कहा कि यह शरीर और मस्तिष्क की कार्यक्षमता को तेजी से क्षतिग्रस्त करता है। इससे हृदय, किडनी, फेफड़ों और तंत्रिका तंत्र पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि चिट्टा न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को कमजोर करता है, बल्कि आर्थिक संकट, पारिवारिक तनाव, शैक्षणिक गिरावट, आपराधिक प्रवृत्तियों और सामाजिक असंतुलन को भी बढ़ाता है।
इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति अवसाद, भ्रम, आक्रामक व्यवहार, सामाजिक अलगाव और आत्मघाती प्रवृत्तियों की ओर बढ़ सकता है, जो समाज के लिए अत्यंत चिंताजनक है।
उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि नशामुक्त समाज का निर्माण केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं, बल्कि इसमें प्रत्येक परिवार, संस्था, पंचायत, शिक्षक, विद्यार्थी, युवा तथा समाज के हर वर्ग की समान रूप से जिम्मेदारी है।
बैठक में खण्ड विकास अधिकारी राजेन्द्र नेगी, खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी वीणा कौशल, तहसील कल्याण अधिकारी कर्म वीर, बाल विकास परियोजना अधिकारी रामपुर शशि ठाकुर, बाल विकास परियोजना अधिकारी ननखरी सुलाता शर्मा, विभिन्न शिक्षण संस्थानों के शिक्षक एवं सामाजिक संगठनों/एनजीओ से रवि राज,राजेश गुप्ता, संजय सूद, दलीप भलूनी और साहिल सागर व अन्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।






