एप्पल न्यूज़, सत्यदेव शर्मा हमीरपुर
पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल ने यहां जारी बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस संकट के दौर में विषम आर्थिक परिस्थितियों में भी अब तक के सबसे बड़े 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का एलान के लिए आभार व्यक्त किया है। यह पैकेज देश की जीडीपी का 10 फीसदी है।
उन्होंने बताया कि यह पैकेज वैश्विक महामारी में देश के 130 करोड़ लोगों के आत्म विश्वास को बढाने के साथ आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पांच पिलर्स आर्थिक व्यवस्था,आधारभूत ढांचा, सिस्टम, भौगोलिक व्यवस्था एवं डिमांड व सप्लाई को देश की आर्थिकी व सर्वागीण विकास में मील का पत्थर साबित करार दिया है।धूमल ने बताया प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि, श्रमिक, नगदी और कानून सम्बंधित नियामकों को मजबूती देने पर बल दिया है उससे देश का प्रत्येक नागरिक सम्बल बनेगा और अपने देश में स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाली वस्तुओं के लिए वोकल होगा और यही लोकल उत्पाद कुछ अंतराल के बाद ग्लोबली मान्यता प्राप्त करेगा।उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इस आर्थिक पैकेज से 3 लाख करोड़ देश के कुटीर उद्योग,गृह उद्योग, लघु मझोले उद्योग को बिना कॉलेटरल नकदी से आबंटित किये है निश्चित रूप से लाभ देने वाला होगा और जिन पर करोड़ों लोगों की आजीविका के पुनर्जीवित होने की आस बनी रहेगी।इस 3 लाख करोड़ के पैकेज से इन उद्योगों की आत्म निर्भरता बढ़ेगी साथ ही अन्य गैर सरकारी संगठित क्षेत्र के कामगारों को भी इस आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज से मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि लघु, छोटे व मध्यम उद्योगों के लिए निवेश सीमा को क्रमशः 1 करोड़, 10 करोड़ व 20 करोड़ करने से निर्माण व सेवा क्षेत्र के उद्योगों को भी लाभ होगा।धूमल ने बताया कि केंद्र सरकार ने दो रोज पहले भी 952.58 करोड़ राजस्व घाटा अनुदान के रूप में प्रदेश सरकार को दिए है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के चलते जहां पूरा विश्व आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है वहीं पर जिस प्रकार से केंद्र सरकार ने राज्य की जरूरतों के प्रति संवेदनशीलता दिखलाई है निश्चित रूप से यह एक सराहनीय कदम है।यह अनुदान राशि प्रदेश के गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए मदद रूपी रामबाण साबित होगी। धूमल ने कहा कि यही नहीं पूर्व में भी मोदी जी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रदेश को 244 करोड़ की राशि से लक्षित वर्ग को ज़रूरी और फौरी राहत स्वीकृति की थी।वह राशि उन ज़रूरतमंदों को लाभकारी सिद्ध हुई थी जिनका इस वैश्विक माहमारी के चलते रोज़गार छिन गया है।धूमल ने प्रदेश सरकार द्वारा बाहरी राज्यों से हिमाचली लोगों को वापिस लाने के प्रयासों की भी सराहना की है और हमारी न फैले उसके लिए इन आगंतुकों को करणीय नियमावली से भी अवगत करवाने पर बल दिया है।बताते चले कि आज ट्रैन के माध्यम से हिमाचल के 789 लोग बंगलोर से आज ही ऊना पहुंचे है जहां से इनको अलग ज़िलों में भेज जा रहा है सम्बद्ध ज़िला इन सभी को समाज हित के लिए संस्थागत क्वारंटाइन भी करेगा।