एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, और आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के मैदानी और मध्यवर्ती इलाकों में भीषण शीतलहर के लिए अलर्ट जारी किया है।
19 से 23 दिसंबर तक ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 24 और 25 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट दिया गया है। इन क्षेत्रों में लोगों को कड़ी ठंड और शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 23 और 24 दिसंबर को हिमाचल की ऊंची पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी होने की संभावना है।
इसके साथ ही, प्रदेश में अगले छह दिनों तक ठंड का असर और अधिक बढ़ेगा। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी से ठंड और तीव्र हो जाएगी, और तापमान 2 से 3 डिग्री तक गिर सकता है।
पिछले 24 घंटों में हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सबसे कम तापमान लाहौल-स्पीति जिले के ताबो में -8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी जिले के कुकुमसेरी में तापमान -4.9 डिग्री तक पहुंच गया।
अन्य क्षेत्रों की बात करें तो बजुआरा में -0.2 डिग्री, भुंतर में 0 डिग्री, समधो में 0.1 डिग्री, और सियोबाग में 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल्पा में तापमान 0.4 डिग्री रहा, जबकि ऊना और सुंदरनगर में 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मनाली जैसे पर्यटन स्थल में तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस समय सर्दी का प्रमुख आकर्षण बना हुआ है। हमीरपुर और मंडी में तापमान 2.1 डिग्री, बिलासपुर में 3.3 डिग्री, कांगड़ा में 4 डिग्री, शिमला में 5.5 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 5.8 डिग्री और कुफरी में 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यह स्थिति विशेष रूप से शीतलहर के कारण और गंभीर हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को।
ठंड के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं, इसलिए गर्म कपड़े पहनने और अत्यधिक ठंडे स्थानों पर जाने से बचने की सिफारिश की गई है।
इसके साथ ही, बर्फबारी के कारण सड़कों पर आवागमन प्रभावित हो सकता है। पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए ठंड के चलते दैनिक जीवन में कठिनाइयां बढ़ सकती हैं।
प्रदेश में शीतलहर और बर्फबारी के कारण कृषि और बागवानी पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है। ठंडे मौसम में फसलें ठिठुर सकती हैं, और बागवानी के उत्पादों को नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में ठंड के इस दौर का असर अगले छह दिनों तक बना रहेगा। प्रदेश के लोग और पर्यटक इस मौसम का सामना करने के लिए तैयार रहें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।