एप्पल न्यूज़, बिलासपुर
बिलासपुर जिले की ग्राम पंचायत बडोल के ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन से पंचायत में हुए व्यापक भ्रष्टाचार के ओरोपों की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। तथा उपायुक्त से इस मामले मे सर्तकता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को जांच करने को मंजूरी देने की मांग की है ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो सके।
यहां पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत बडोल के विजय कुमार,वेद प्रकाश पूर्व उपप्रधान विजय राम वार्ड सदस्य दया राम नरेश कुमार सुरेश कुमार आरोप लगाया कि इस पंचायत में ́ विकास के सतर्कता एव ́ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पास भी की गई है।
उन्होने उपायुक्त बिलासपुर को पत्र लिखकर उनसे जांच के लिए स्वीकृति मांगी है लेकिन जिला प्रशासन न जाने क्यों ́ इस पर मूकदर्शक बना बैठा है। अब यदि इस विषय पर जिला प्रशासन ने उचित कार्रवाई नही ́ की या फिर उच्च स्तरीय जांच की कार्रवाई शुरू नही ́ की तो पूरे एक महीने बाद यानी 12 अक्तूबर से वह उपायुक्त कार्यालय के बाहर आमरण् अनशन शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होने बताया कि एक वर्ष पूर्व 6 सितबर 2019 को विजीलैंस को तथ्यो ́ सहित पूरी शिकायत बना कर भेजी जिसकी प्रतिलिपि राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भी की लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।
उन्होंने इस पत्र में सारी अनियमितताओं का हवाला दिया है। पंचायत में कई विकास कार्यों के शैल्फ जिस स्थान के है ́ वहां वे कार्य हुए ही नहीं ́ है ́। सड़क के साथ नाली क्यो ́ नहीं ́ बनी है विभागीय एमबीण मे सडक पर बिछी रोडी की मोटाई 7 इंच दर्शाई गई है लेकिन मौके पर रोडी मात्र अढा़ई इंच ही है। इन अनियमितताओं ́ को आरटीआई से पूछने पर भी कोई जवाब नही ́ मिला। उन्होने इस बात पर हैरानी जताते हुए कहा कि जो विभागीय कर्मी भ्रष्टाचार के इस मामले में आरोपी है ́ उन्ही ́ को जांच अधिकारी बना दिया जाता है।
उन्होने कहा प्रशासन आम आदमी के दर्द व भ्रष्टाचार के इस खेल को समझे व इसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करे अन्यथा वह एक माह बाद आमरण अनशन करने पर बाध्य होंगे , जिसका दायित्व सरकार व जिला प्रशासन पर होगा।