एप्पल न्यूज़, शिमला
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के गुपकार गठबंधन पर अपनी असहमति जताते हुए कहा है कि इस प्रकार का कोई भी प्रस्ताव अब न तो जम्मू कश्मीर के हित में है और न ही देश हित में।
उन्होंने कहा है कि राजनैतिक दलों को कश्मीर में शांति बहाली और उसके विकास पर चर्चा व प्रस्ताव पारित करने चाहिए न कि ऐसे प्रस्ताव जिससे इस क्षेत्र में विदेशी अलगाववादी ताकतों को कोई मदद मिले।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.जवाहरलाल नेहरू ने आजादी के बाद उस समय की परिस्थितियों के अनुरूप कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देकर इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों के दृष्टिगत अनुच्छेद 370 का अस्थायी प्रावधान किया था, जिसे अब बर्तमान सरकार ने हटा दिया है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि जम्मू कश्मीर पहले भी भारत का अभिन्न अंग था और आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर पर अब ऐसी किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए जिससे यहां विदेशी ताकतों को यहां अलगावाद फैलाने का कोई मौका मिले।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि कांग्रेस सदैव ही राष्ट्रीय एकता व देशहित की पक्षधर रही है। इसलिए उसने कभी भी इस प्रकार के बयानों का कभी कोई समर्थन नही किया है।