एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष दूनी चंद ठाकुर व प्रदेश महामंत्री नेक राम ठाकुर ने एक सयुंक्त वक्तव्य जारी कर प्रदेश में कार्यरत समस्त तकनीकी कर्मचारियों का आवाहन किया है कि कोविड – 19 की जो दूसरी लहर हिमाचल प्रदेश में तेजी से फैल रही है उसको देखते हुए वे अपने को सुरक्षित रखें नियमों का पालन करें मास्क लगाएं व बाजारों में जरूरत होने पर ही भीड़ में जाएं।
प्रदेश अध्यक्ष ने हिमाचल सरकार से बिशेष रूप से ऊर्जा मंत्री से मांग की है कि विद्युत बोर्ड में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों को भी कोरोना योद्धा की श्रेणी में लाया जाए , क्योंकि इस कोरोना काल में जिस तत्परता से कम संख्या होने के बाबजूद विद्युत सप्लाई को सुचारू रखा वह पूरे प्रदेश के सामने है मगर दुःख इस बात का है कि आज तक किसी भी राजनैतिक व सामाजिक मंचों से इनके लिए दो शब्द भी नहीं कहे गए जिससे विद्युत बोर्ड के तकनीकी कर्मचारियों के मनोबल टूटा है।
दूनी चंद ठाकुर ने माननीय मंत्री महोदय से यह भी आग्रह किया है कि तकनीकी कर्मचारी संघ की अभी सिंतबर माह जो वार्तालाप विद्युत बोर्ड प्रबंधन के साथ हुई थी उस पर आज तक प्रवंधन की ओर से कोई सार्थक निर्णय नहीं लिये गए हैं । जिनमें मुख्यता इलेक्ट्रीशियन फिटर श्रेणीयों के ग्रैड पे विसंगति ,सब स्टेशन जे0 ई0 की पदोन्नति की समयसीमा कम करना, जूनियर टी मेट, जूनियर हेल्पर में से जूनियर शब्द खत्म करना , नई भर्तियां करना, कार्यलयों में काम कर रहे तकनीकी कर्मचारियों को फील्ड में भेजना, मिनिमाइक्रो प्रोजेक्ट में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों को पदौन्नति के अवसर प्रदान करना, विद्युत शिकायत कक्षों, 33के0 वी0 व 132 के0 वी0 विद्युत अनुभागों में शौचालय व फर्नीचर की व्यवस्था करना ,आवासीय कॉलोनियों की मरम्मत करना, कनिष्ठ अभियन्ताओं को कंप्यूटर उपलब्ध करवाना ,मानवरहित उप केंद्रों में स्टाफ की भर्ती करना इत्यादि।
इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिजली बोर्ड प्रवंधन ने तकनीकी कर्मचरियों के मुदों को जानकर लटकाया है जो मसले सर्विस कमेटी की बैठक न करना इसका प्रमाण है सर्विस कमेटी की बैठक लगभग एक बर्ष से नहीं हो रही है इस पर भी तकनीकी कर्मचारी संघ ने अपना रोष व्यक्त किया है।
प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है मगर अभी तक बोर्ड प्रबन्धन ने स्नो किट तकनीकी कर्मचरियों को उपलब्ध नहीं करवाई है। तकनीकी कर्मचरियों की समस्यायों के प्रति बोर्ड प्रवंधन का रवैया हमेशा ही ढुलमुल रहता है जबकि अधिकारी अपनी सुविधाओं किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करते है विद्युत बोर्ड के संसाधनों का भी जमकर दुरुपयोग कर रहे है जिसके कई तथ्यों प्रमाण सहित प्रवंधन को बार बार संघ ने दिये मगर बोर्ड प्रवंधन ने आजतक उस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की है।
अंत में प्रदेश अध्यक्ष ने ऊर्जा मंत्री से आग्रह किया है कि तकनीकी कर्मचरियों की समस्यायों का समाधान करने के बोर्ड को आदेश दें व तकनीकी कर्मचारियों को कोरोना योद्धा की श्रेणी में डालकर इनके मनोबल को और ऊंचा करें।