एप्पल न्यूज़, मंडी
मंडी जिला में कार्यरत जलरक्षको और पेराफिटरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जनमंच के दौरान एक बार फिर अपनी मांगों का ज्ञापन वन युवा सेवाएं और खेल मंत्री राकेश पठानिया को सौंपा। जलरक्षकों ने सरकार से गुहार लगाई है कि अब तो सरकार उनकी मांगों को भी सुने ताकि वह भी अपने परिवार को थोड़ी खुशी दे सकें और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकें। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें पंचायतों से हटाकर जलशक्ति विभाग के अधीन किया जाए। उन्हें 3-4 महीने बाद वेतन मिलता है जिसे हर माह नियमित किया जाए और विभाग में उन्हें नीति के तहत नियमित किया जाए। इनका कहना है कि नियुक्ति के समय उन्हें बताया गया था कि कार्य पार्ट टाईम होगा जबकि उनसे पूरा दिन काम करवाया जा रहा है जबकि वेतन नाममात्र का इसे भी बढ़ाया जाए अन्यथा मजबूर होकर उन्हें आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ेगा।
जलरक्षको और पेराफिटरो की मांगें….
1 सभी जलरक्षको को पंचायती राज संस्थाओं से हटा कर जलशक्ति विभाग के अधिन करने की कृपा करें
2 जो वेतन हमें दिया जा रहा है इस मंहगाई के समय में दो वक्त की रोटी भी नहीं बन पा रही है हमारी सरकार से मांग है की मंहगाई को ध्यान में रखकर हमारा वेतन बढ़ाया जाए
3 हमारी मांग है की पांच साल की अवधि में हमें नियमित किया जाए
4 विभाग हमसे पुरा दिन काम करवाता है जबकि रोजगार देते समय पार्टटाइम काम करवाने की बात हुई थी
5 हमने करोना के कठिन समय में भी विभाग से कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सेवाएं दी
6 हमने अपने कार्य के लिए कभी ना नुखर नहीं की और हमारा वेतन हर महीने दिया जाए हमें वेतन दो या तीन महीने बाद मिलता है
इसलिए हम चाहते हैं कि हमारी मांगों को इस बार के वजट में लिया जाए ताकि सभी पेराफिटरो और जलरक्षको को इस मंहगाई से राहत मिल सके
मुख्यमंत्री जी अब आप ही बताइए कैसे
जलरक्षक 3000
पेरा फिटर 4000
वेतन से कैसे करें गुजारा जहां 120 रुपए दाल
160 रुपए तेल।
निवेदन कर्ता
खुब राम, अजीत कुमार, ज्बालू राम, गौरव, जगदीश कुमार, कमलेश कुमार, जितेन्द्र, कोसल्या देवी, कुवजा देवी, रुप लाल, पुष्प राज, बीधी चन्द, सुरेश कुमार, अश्विनी कुमार, जगु
धनु, परवीन कुमार, जय कुमार, राज सिंह, पपी कुमार जलरक्षक और पेरा पंप आपरेटर पेरा फिटर