एप्पल न्यूज़, शिमला
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आश्वासन दिया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में डॉ भीमराव अम्बेडकर के नाम से उद्यमिता केंद्र स्थापित किया जाएगा ताकि युवाओं में उद्यमिता का विकास हो।
राज्यपाल आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में डॉ अम्बेडकर चैंबर ऑफ कामर्स (डैक) के हि.प्र. राज्य चैप्टर के जागरूकता कार्यक्रम एवं शुभारम्भ अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किया तथा उनके विचार मानव जाति के लिए थे।
उन्होने कहा कि उन्होंने जीवन में काफी यातनाएं सहन कीं लेकिन उसके लिए उन्होंने किसी और को नहीं बलिक परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि वह एक समाज सुधारक थे जिन्होंने समाज की बुराइयों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने जो विचार दिए वह प्रेरणादायी थे, उन्हें सीमा के बंधन मेे नहीं रखा जा सकता। उनका अनुकरण कोई भी कर सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि आज के युवाओं को हमें नौकरी मांगने वाला या नौकरी देने वाला बनाना है। इस का जवाब हमें डैक के हिमाचल चैप्टर में मिल सकता है। हमारी शिक्षा भी उस दिशा में बढ़नी चाहिए जहां युवा नौकरी देने वाला बन सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी इस पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्यमिता पैदा करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर डैक के हिमाचल चैप्टर के संकल्प पत्र को जारी किया।
इस अवसर पर, हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री वीरेंद्र कश्यप ने शिमला विश्वविद्यालय में पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने विकास का लम्बा सफर तय किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूर-दराज़ के क्षेत्रों और ग्रामीण परिवेश से विद्यार्थी काफी संघर्ष के बाद यहां पढ़ने आते हैं। उन्होंने दलित समुदाय की समस्याओं को उजागर करते हुए कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा हिमाचल प्रदेश में सौहार्दपूर्ण वातावरण है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ अंजू बाला ने इस अवसर पर कहा कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य मेें केंद्र और प्रदेश सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की हैं जिन्हें धरातल पर लाने की जरूरत है। शिक्षा के प्रसार पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई का उद्देश्य केवल नौकरी पाने तक सीमित नहीं है बल्कि उद्यमिता की ओर भी बढ़ने की जरूरत है।
डॉ अम्बेडकर चैंबर ऑफ कॉमर्स के महानिदेशक इंदर इक़बाल सिंह अटवाल ने हिमाचल चैप्टर स्थापित करने के लिए राज्यपाल तथा विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डैक का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के हर जिले में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देना है।
इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति डॉ सत प्रकाश बंसल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि डैक के हिमाचल चैप्टर को विश्वविद्यालय में स्थापित करने से डॉ अम्बेडकर के सामाजिक न्याय, गरीबों के उत्थान तथा आर्थिक सुधार के मिशन को पूरा करने में सहायता मिलेगी।
डैक के नोडल अधिकारी आचार्य श्याम लाल कौशल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश, अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. कुलभूषण चंदेल, रजिस्ट्रॉर बलवान चंद तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।