एप्पल न्यूज़, शिमला
शिमला जिला में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पांचवा पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जिसमें 2154 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लोगों को मोटे अनाज के इस्तेमाल करने और उससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ को लेकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में आज शिमला में जिला स्तरीय कार्यक्रम बचत भवन में आयोजित किया गया जहां मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने शिरकत की।
मार्च माह में सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग द्वारा पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है और इसी कड़ी में इस वर्ष 20 मार्च से 3 अप्रैल तक शिमला जिला में पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
इस वर्ष गर्भवती व धात्री महिलाओं और बच्चों के पोषण के साथ ही आम लोगों को भी मोटे अनाज के इस्तेमाल करने व इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के लिए जागरुक किया जा रहा है।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि शिमला जिला में 2154 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में आज शिमला के बचत भवन में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मोटे अनाज से बने विभिन्न पोशाक आहार को प्रस्तुत किया गया और इससे होने वाले लाभ के बारे में जागरूक किया गया।
इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व अन्य संबंधित लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया।
महिला व बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता शर्मा ने बताया कि पोषण पखवाड़ा के दौरान जहां हर वर्ष गर्भवती व धात्री माताओं और बच्चों के पोषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
वहीं इस वर्ष इन कार्यक्रमों में मोटे अनाज अथवा श्री अनाज को भी प्रमुखता दी गई है उन्होंने बताया कि इन अनाजों के इस्तेमाल से होने वाले लाभ को लेकर भी जहां लोगों को अवगत करवाया जा रहा है।
वही मोटे अनाज की ओर लोगों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न तरह की रेसिपी बनाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि वर्तमान दिनचर्या में भी लोग मोटे अनाज को प्राथमिकता दें और इससे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें ।