एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में सीमेंट के दामों में हो रही वृद्धि ने उपभोक्ताओं और राजनीतिक हलकों में बहस को जन्म दिया है। सीमेंट की कीमतों में हालिया वृद्धि के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि जब वे विपक्ष में थे, तब सीमेंट की कीमतों को लेकर तीखे सवाल उठाते थे, लेकिन अब सत्ता में आने के बाद खुद उन पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद सीमेंट के दामों में ₹160 की वृद्धि हुई है और यह जनता के लिए बड़ा बोझ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और सीमेंट कंपनियों के बीच मिलीभगत हो सकती है, और इस पर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
वहीं, उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सीमेंट कंपनियों पर सरकार का सीधा नियंत्रण नहीं होता है, क्योंकि ये निजी क्षेत्र की कंपनियां हैं।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में केवल ₹30 की बढ़ोतरी हुई है, जबकि भाजपा के समय में पांच साल में ₹130 तक कीमतें बढ़ीं।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कंपनियों से बातचीत कर रही है ताकि कीमतों में वृद्धि को रोका जा सके।
यह मुद्दा हिमाचल प्रदेश में न केवल राजनीतिक बहस का विषय बन गया है, बल्कि इससे आम जनता, विशेषकर भवन निर्माण करने वाले लोग, आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।