धार्मिक कार्य में माता के तीन भाईयों बैहनी महादेव. बैनशी महादेव व भरैडी महादेव सहित 10 देवी देवता होंगे शामिल
एप्पल न्यूज, सी आर शर्मा, आनी
आनी क्षेत्र के साथ सटे करसोग क्षेत्र की सीमावर्ती पंचायत तुमन के गाँव चखाना में स्थित दो राज तीन गढ़ की अधिष्ठात्री देवी माता बाड़ी दुर्गा चखाणा की पुनः निर्मित नई भव्य एव्ं अलौकिक कोठी की प्राण प्रतिष्ठा का धार्मिक आयोजन एक व दो दिसंबर को किया जा रहा है।
इसको लेकर माता के भक्तों और क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। इस भव्य धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए इन दिनों जहाँ स्थानीय मन्दिर कमेटी व कोठी निर्माण कमेटी तथा माता के कारकून व अन्य भक्त प्रबंधों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं.
वहीं गाँव तुमन, चखाणा, कनेयोग, बाहण, बखोहन, मैहच, नाओर, ग्वालपुर, नाविधार, बाग, देरट, नफतन, शौनीबील, खरोआ, पलोह, निग़ान, हरिपुर, तलूना तथा तिहनी सहित अन्य गाँव के पुरुष व महिलाएं मन्दिर परिसर की साफ सफ़ाई व अन्य व्यवस्था के कार्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस धार्मिक कार्य को सफल बनाने के लिए भक्त स्वेच्छा से विभिन्न तरह से अपना दान दे रहे हैं. जिससे माता के भंडार में बरकत हो रही है।
मन्दिर कमेटी के प्रधान मनोज वर्मा ने बताया कि चखाणा गाँव में माता बाड़ी दुर्गा की सेंकड़ों साल पुरानी भव्य कोठी की हालत वर्तमान में बहुत ही जीर्ण शीर्ण हो गयी थी.
इसे देखते हुए मन्दिर कमेटी व भक्तों ने कोठी के पुनः निर्माण का निर्णय लिया और माता की आज्ञा तथा दो राज तीन गढ़ के लोगों के उत्साह व सहयोग से कोठी के पुनः निर्माण का कार्य फरबरी 2020 से शुरू किया गया।
मनोज वर्मा ने बताया कि चार मंजिला भव्य एव्ं अलौकिक कोठी निर्माण में बहुत कम सरकारी सहायता के बाबजूद भी माता के भक्तों ने अपनी ईष्ट देवी के प्रति अगाध श्रद्धा रखते हुए पूरे समर्पण भाव से आर्थिक सहयोग प्रदान किया । जिसके फलस्वरूप मन्दिर कोठी का निर्माण कार्य थाची बाली चौकी के देव शिल्पियों मुख्य शिल्पी प्रकाश चन्द की अगुवाई में लगभग चार साल की समय अवधि में नबम्बर 2023 को निर्बिघ्न रूप से पूरा किया गया।
मन्दिर कमेटी प्रधान मनोज वर्मा ने बताया कि माता की इस भव्य कोठी के निर्माण में कारीगरों ने काष्ठ कला का उत्कृष्ट नमूना पेश किया है। जिसमें शिल्पियों द्वारा शहतीरों पर अद्भुत काष्ठ कला को उकेर कर. माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों और अवतारों को चित्रित कर. उन्हें मूर्त रूप प्रदान किया है।
उन्होंने बताया कि इस कोठी के निर्माण में लगभग चार करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है। एक व दो दिसम्बर को नव निर्मित भव्य एव्ं अलौकिक कोठी की प्राण प्रतिष्ठा (पूज) का धार्मिक आयोजन होने जा रहा है. जिसको लेकर माता के अराधकों में खुशी की लहर है।
लोग इस तरह के भव्य धार्मिक आयोजन को अपनी आंखो के सामने देख सकेंगे. जिसका वर्णन वे अपने बुजुर्गों से दंत कथाओं में सुनते थे।
कोठी की प्राण प्रतिष्ठा के इस आयोजन में एक दिसम्बर को अतिथि देवी देवताओं का आगमन होगा. जिसमें मुख्य रूप से माँ बाड़ी दुर्गा के भाई देवता बैहनी महादेव. बैंनशी महादेव तथा भरेडी महादेव अपने करकुनों व सेंकड़ों देवलुओं संग दिव्य रथ में शिरकत करेंगे.
इनके अलावा बिननी महादेव . देव शूशनी नाग. नाग देवता पोखी. पंचवीर मालगी. बाड़ी डीमैहडी. माता देहुरी पछला दुर्गा. कुलक्षेत्र महादेव तथा जोगेश्वर महादेव की खुंबड़ी भी करकुनों सहित शोभायमान होंगे।
इस आयोजन में लगभग 12 हजार लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। एक दिसम्बर को देव मिलन का कार्यक्रम होगा. जबकि 2 दिसम्बर को प्राण प्रतिष्ठा में हवन पाठ व पूजा सहित शिख पूजन तथा कुंड आदि की रस्म के साथ माता विधिवत रूप से अपनी नई कोठी के गर्भ गृह में प्रवेश करेगी।
इस भव्य धार्मिक आयोजन में माता के अन्नय भक्त.प्रदेश के जाने माने पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी ठाकुर मान सिंह बतौर मुख्यतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।