एप्पल न्यूज, शिमला
मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा के विधायको ने सदन से किया वॉक आउट। कहा बजट की निराशा को सीएम झूठ का परदा डाल कर नही छिपा सकते।
JOAIT के अभयार्थियो को नियुक्ति देने, राज्य में एक्साइज से अर्जित होने वाली आय जैसे मुद्दों पर सदन में गलत तथ्य से विपक्ष सहमत नही।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने यह भी कहा। मानसून आपदा में रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपने मंत्रियों की तारीफ और सेना के मनोबल को गिराने वाले बयानों से सीएम को परहेज करना चाहिए।
बजट अनुमान पर सामान्य चर्चा पर मुख्य मंत्री के दिए गए जवाब से असंतुष्ट भाजपा ने देर शाम सदन से वॉक आउट कर अपना विरोध दर्ज किया।
वॉक आउट कर भाजपा के नेता झूठ की राजनीति और झूठ में महारथ के आरोप लगाते हुए विरोध स्वरूप बाहर आ गए।
नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से बातचीत में दावा किया की इस बजट की निराशा में किसी भी वर्ग ने सरकार की प्रशंसा नही की।
जनता, कर्मचारी तो छोड़िए सरकार के ही कई लोग भी बजट से खुश नही है। मगर मुख्य मंत्री झूठ कह कर अपनी और बजट की कमजोरी ढांपने की असफल कोशिश कर रहे है। मगर न तो हम में और न ही जनता में उनके झूठ को सुनने की अब क्षमता बची है।
उन्होंने कहा हमारे वक्त में JO AIT के अभियार्थियो में से कोर्ट जाने की तकनीकी दिक्कत के वजह से उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई। पर अब तो न्यायालय ने ही उन्हें नियुक्तियां देने की बात कही है फिर इन युवाओं को सरकार क्यों ठंड में इंतजार करा रही है।
ये ही नही अपनी एक्साइज पॉलिसी की तारीफ के पुलिंदे बांधने के बाद इस से 6500 करोड़ की आय का भरोसा दिया गया। मगर 600 करोड़ अभी भी लक्ष्य से पीछे सरकार है।
मगर हर मामले में तथ्य छुपा कर सीएम के जवाब से हम संतुष्ट नहीं है। लिहाजा विरोध स्वरूप हमे वॉक आउट के लिए मजबूर होना पड़ा।
उधर वॉकआउट को मुख्य मंत्री ने एक बार फिर विपक्ष की मजबूरी और मीडिया में बने रहने की कवायद बताया। उन्होंने कहा की विपक्ष ने चर्चा का जवाब भी सुनना पसंद नहीं किया । और मॉनसून आपदा से जुड़े मामले के पहले जवाब में ही बिफर गए।
विपक्ष को याद रखना चाहिए की भाजपा ने हो विशेष सत्र बुलाने की लगातार मांग की। मगर जब केंद्र से मदद मांगने का सवाल आया तो वह न तो हिमाचल के आपदा प्रभावित परिवारों और न ही हिमाचल के हितों के साथ खड़े हुए।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ठाकुर ने कहा की एक्साइज पॉलिसी पर उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत पर नेता प्रतिपक्ष चल रहे है।
सीएम ने कहा की पूर्व जयराम सरकार की एक्साइज पॉलिसी के वक्त शराब की बिक्री पर 166 करोड़ राजस्व मिलता था। हमने पॉलिसी को राज्य के से बढ़ने के स्त्रोत के रूप में बदला। हमे 400 करोड़ मिल रहे है।
अब नेता प्रतिपक्ष ही बताए। किस में फायदा है । उन्होंने कहा भाजपा में सच सुनने का साहस खत्म हो गया है। सिर्फ विरोध की राजनीति करना अच्छे विपक्ष की पहचान नहीं है