सीआर शर्मा, एप्पल न्यूज़ आनी
आनी के ऊपरी क्षेत्र में परम्परा के अनुसार स्थानीय ग्रामीण देवता माघ माह में हर वर्ष स्वर्ग प्रवास पर जाते है। लेकिन स्वर्ग से वापसी क्षेत्र के देवताओं की अलग अलग तिथि पर होती है।
जानकारी के अनुसार कोई देवता 16 दिन के बाद तो कोई एक माह में और कोई डेढ़ माह में स्वर्ग प्रवास से लौटते है।इसी क्रम में क्षेत्र के आराध्य देव शमशरी महादेव 16 दिनों के बाद स्वर्ग प्रवास से लौटे है। क्षेत्र के लोगो को भी इस दिन का बेसब्री से इन्तजार रहता है।
देवता स्वर्ग से लौटते ही साल भर की भविष्यवाणी करते हैं । साल कैसा रहने वाला है, अकाल या विपदाएं तो नहीं आने वाली हैं बारिश होगी या नहीं , महामारी तो नहीं फैलने वाली सारी बातें देवता गुर के माध्यम से इस दौरान बताता है।
देवताओ ने अपने अपने गुरों के माध्यम से भविष्यवाणी में सुख समृद्धि के साथ शांति बनी रहने की भविष्यवाणी की । इस दौरान शमशरी देवता ने अपने गुर के माध्यम से लोगों को चावल के दाने दे कर हर व्यक्ति का साल कैसे रहने वाला है यह भी बताया।
उन्होंने किसी पर विपदा आने वाली है तो इस का निपटारा कैसे होगा तरकीब भी बताई । शमशरी महादेव मंदिर के पुरोहित स्वरूप शर्मा ने बताया की परम्परा के अनुसार शमशरी देवता 16 दिनों के लिए स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं । वहां देवी देवताओं की बैठक होती है।
इस बार देवता ने भविष्यवाणी में आशीर्वाद सुखद दिया है। साल फसल अच्छी रहने , बारिशे भी सही होगी ,इलाका फलेगा फूलेगा , महामारी अदि का भी भय नहीं है।
मंदिर पुजारी गुड्डू ने बताया कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। देवता 14 जनवरी को स्वर्ग गए और 30 जनवरी को वापिस आये है ।
जितने भी देवता स्वर्ग से लौटे, सभी ने साल अच्छा गुजरने की भविष्यवाणी की है। इससे लोगों में ख़ुशी की लहर है । शमशरी महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तजनों की भीड़ उमड़ी रही ।