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गोविन्द सागर जलाश्य में मत्स्य विक्रय के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाएगीः वीरेन्द्र कंवर

एप्पल न्यूज़, शिमला
पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने यहां बताया कि गोविन्द सागर जलाश्य में मछुआरों द्वारा पकड़ी जाने वाली मछली को ई-टेंडर के माध्यम से विक्रय करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से गोविन्द सागर में मत्स्य उत्पादन 753.64 मीट्रिक टन से घटकर 286.67 मीट्रिक टन रहने के कारण मछुआरों और सभाओं को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से उस व्यक्ति को ठेका प्रदान किया जाएगा जो प्रचलित विक्रय दर पर कम से कम 10 प्रतिशत और इससे अधिक की बढ़ौतरी देगा। इससे मछुआरों और सभाओं की अर्थिक स्थिति में सुधार होगा और आय में वृद्धि होंगी तथा मछुआरे बेहतरीन आजीविका अर्जित करने में सक्षम होंगे।
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि विभाग मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्तम किस्मांे के बड़े आकार के मछली बीज का संग्रहण करने के साथ-साथ अवैध मत्स्य आखेट की रोकथाम, बन्द सीजन के दौरान राहत भत्ता, जाल इत्यादि उपकरणों पर वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ मछुआरों के सामाजिक उत्थान के लिए अन्य कल्याणकारी योजनाओं को भी प्रभावशाली तरीके से लागू कर रहा है।

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कोरोना काल में भी बढ़ा संघ का कार्य : डाॅ. वीर सिंह रांगड़ा

Fri Mar 26 , 2021
एप्पल न्यूज़, शिमला  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिमाचल प्रांत के संघचालक डाॅ. वीर सिंह रांगड़ा ने विश्व संवाद केंद्र शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि पूर्व की भांति कोरोना काल में भी संघ का कार्य कार्य 70 प्रतिशत विस्तार के साथ देशभर में बढ़ा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 19-20 मार्च को बेंगलुरु में आयोजित की गयी।  जिसमें 450 प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष रूप से तथा 900 प्रतिनिधियों ने आभासी माध्यमों से भाग लिया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश से इस बैठक में प्रतिवर्ष 21 प्रतिनिधि शामिल होते हैं लेकिन इस बार कोरोना के कारण 5 प्रतिनिधि ही इसमें शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण मार्च से जून 2020 तक संघ का कार्य पूर्ण रूप से बंद था, शाखाएं बंद थीं। तब भी संघ के स्वयंसेवक सक्रिय थे और सेवा कार्यों में लगे रहे। यह संघ का चुनावी वर्ष भी था ऐसे में कोरोना वायरस के संकट के कारण प्रतिवर्ष नागपुर में होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक पहली बार बेंगलुरु में आयोजित की गयी। देशभर की संस्तुतियों के आधार पर संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के दायित्वों में भी परिवर्तन हुए। सम्पूर्ण देशभर से आये प्रतिनिधियों ने पूर्व सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी के स्थान पर दत्तात्रेय होसबाले को नया सरकार्यवाह चुना। इसके साथ ही नये सरकार्यवाह ने अपनी नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की। जिसमें डॉ. कृष्ण गोपाल, डाॅ. मनमोहन वैद्य, मुकुंद सी.आर, अरूण कुमार और रामदत्त चक्रधर को सह सरकार्यवाह बनाया गया। वहीं अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख के दायित्व पर रहे सुनील आम्बेकर को अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख बनाया गया। वहीं अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण को भारत की अंतर्निहित शक्ति का प्रकटीकरण और कोरोना काल में सम्पूर्ण देश की एकजुटता को लेकर प्रस्ताव पारित किए।संघ की शाखाओं के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. रांगड़ा ने कहा कि देशभर के 38913 स्थानों पर संघ की कुल 62491 शाखाएं लगती हैं। साप्ताहिक मिलन के कार्यक्रम 20303 है वहीं 8732 मासिक मंडली हैं। कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवकों ने देशभर में सेवा भारती के माध्यम से 92,656 स्थानों पर सेवा कार्य किए। स्वयंसेवकों ने 7381402 परिवारों में राशन किट दी, वहीं 4 करोड़ 66 लाख 34 हजार 730 भोजन पेकैट वितरित किये। 90 लाख मास्क वितरण के साथ ही स्वयंसेवकों ने एक लाख अस्थाई आवासों की व्यवस्था भी की। कोरोना काल में देशभर में रक्तदान शिविरों में 60229 यूनिट रक्तदान स्वयंसेवकों ने किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मार्च की तुलना में 89 प्रतिशत शाखाएं पुनः प्रारंभ हो गई हैं।डाॅ. वीर सिंह रांगड़ा ने हिमाचल में संघ कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में भी कोरोना काल में संघ के कार्य ने तेजी पकड़ी है। हिमाचल में 548 स्थानों पर 730 शाखायें चल रही है, साथ ही 359 संघ मंडली व 192 साप्ताहिक मिलन के कार्यक्रम चल रहे हैं। इस प्रैस वार्ता में हिमाचल प्रांत प्रचार प्रमुख महीधर प्रसाद भी उपस्थित रहे।

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