एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई की आधी रात से पहली अगस्त की सुबह तक तीन जिलों शिमला, कुल्लू और मंडी में आई “जलप्रलय” में भारी तबाही हुई है। करीब 8 अलग अलग स्थानों पर बादल फटने से हर तरफ आई बाढ़ ने भयंकर रूप धारण किया और गांव के गांव और डैम अपनी चपेट में लेकर नेस्तनामूंद कर दिए।
आधी रात में जब सब सो रहे थे तो अचानक श्रीखंड कैलाश की पहाड़ियों में बादल फटने के बाद समेज खड्ड, कुर्पन खड्ड और मलाणा में आई बाढ़ में 108 फंसे, 55 रेस्क्यू, 6 शव बरामद, 61 मकान, 17 गाडियां, 38 पुल तबाह हो गए।
यही नहीं मलाणा प्रोजेक्ट का डैम टूट गया जिसका पानी पद्धर तक गया और तबाही मचाई। समेज़ गांव पूरी तरह से बर्बाद हो गया और गांव का नामोनिशान मिट गया। 36 लोग लापता हो गए। प्रोजेक्ट भी तबाह हो गया।
इधर कुर्पन खड्ड ने बागीपुल को बर्बाद किया। पढ़ें कहां कितना नुकसान हुआ।