एप्पल ने, शिमला
हिमाचल प्रदेश में इस समय असामान्य गर्मी का अनुभव किया जा रहा है। राज्य के चार प्रमुख जिलों – कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और शिमला में हीटवेव जैसी स्थिति बन गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार इन क्षेत्रों में तापमान सामान्य से 5 से 8 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया है, जिससे लोगों को अप्रत्याशित गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
गर्म और शुष्क हवाओं ने दिन के तापमान को और बढ़ा दिया है, जिससे प्रदेश के मैदानी और कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में गर्मी की लहर जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

इसको देखते हुए मौसम विभाग ने इन चार जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जोकि सावधानी बरतने की चेतावनी देता है।
हालांकि, राहत की खबर यह है कि 9 अप्रैल से प्रदेश में मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में मौसम परिवर्तन की संभावना है।
यह विक्षोभ 9 अप्रैल से 12 अप्रैल तक सक्रिय रहेगा और इसका प्रभाव धीरे-धीरे राज्य के कई जिलों पर पड़ेगा।
चंबा, कुल्लू, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
इसके अलावा, अन्य क्षेत्रों में भी आंशिक बादल छाए रहने और तापमान में गिरावट की उम्मीद है। यह बदलाव गर्मी से राहत दे सकता है और तापमान को सामान्य स्तर पर ला सकता है।
हालांकि यह विक्षोभ बहुत मजबूत नहीं होगा, लेकिन यह कृषि, बागवानी और यात्रा से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
बर्फबारी से ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने और निचले क्षेत्रों में नमी बढ़ने की संभावना है, जो रबी फसलों के लिए लाभकारी हो सकता है।
इस बदलाव के दौरान लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें, विशेषकर उच्च पर्वतीय इलाकों की यात्रा करने वाले पर्यटक और स्थानीय निवासी।
कुल मिलाकर, हिमाचल में गर्मी से अस्थायी राहत की उम्मीद है, परंतु लोगों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि मौसम परिवर्तनशील रहेगा।