एप्पल न्यूज, शिमला
भाजपा के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश में एक अधिसूचना जारी होती है फिर उसके ऊपर प्रतिक्रिया आती है और उसके बाद उसको बैक डेट में बदल दिया जाता है, ऐसी ही नोटिफिकेशन हिमाचल प्रदेश में नौकरियां समाप्ति की भी हुई।
वैसे तो नोटिफिकेशन 26 अक्टूबर की है लेकिन उसे 23 अक्टूबर की डेट में बनाया गया। यह सरकार जनता को गुमराह करने के लिए कुछ भी
उन्होंने कहा कि कहा कि हिमाचल प्रदेश में पलटू राम की सरकार चल रही है और मुख्यमंत्री सुक्खू एक पलटू मुख्यमंत्री है उनकी ओर से अधिसूचनाओं पर लीपापोती कर ठीक करने का प्रयास लगातार बना हुआ है।
कश्यप ने इस कांग्रेस सरकार को यह जीरो परफॉमेंस वाली सरकार करार दिया। कांग्रेस सरकार ने जो वादे किए थे प्रदेश में उसके विपरीत ही काम चल रहा है।
हैरानी की बात तो यह है की मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मीडिया को पूरी बातें पढ़कर आने को समझते हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश में दो ही लोग ज्ञान के भंडार हैं और हिमाचल प्रदेश में कोई और बुद्धिजीवी इन अधिसूचनाओं को नहीं समझ सकता और विपक्ष तो बिल्कुल भी नहीं।
हम साफ कहना चाहते हैं कि आप दोनों ही ज्ञान का भंडार नहीं है इसको लेकर भाजपा के नेताओं एवं विधायकों ने मुख्यमंत्री को विधानसभा में भी अनेकों बार टोका है। हम निवेदन करेंगे कि मुख्यमंत्री जी आप पढ़ कर आए, पढ़ने का ज्ञान न दें।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हिमाचल प्रदेश में अधिकारियों का तांडव मचा हुआ है इसीलिए बार-बार हर बात का स्पष्टीकरण देना पड़ता है, इस सरकार में सरकारी अधिकारियों पर जीरो कंट्रोल है।
उन्होंने कहा कि इस सुख की सरकार में नौजवानों का सब्र टूट गया है और अब तो आने वाले समय में नौकरियों की हिमाचल प्रदेश में कोई संभावना भी नहीं लगती है, अगर सरकार ने गलती की है तो मुख्यमंत्री जी उसका दोष दूसरों को ना दो।