एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक खींचतान लगातार बढ़ रही है।
राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा पर तीखा हमला किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में विकास कार्य हो रहे हैं, लेकिन विपक्ष तथ्यहीन बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है।
रोज़गार के मुद्दे पर सरकार की उपलब्धियां
विक्रमादित्य सिंह ने जोर देकर कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने 2 वर्षों में 42,000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। इसमें 20,254 सरकारी नौकरियां शामिल हैं, जबकि बाकी नौकरियां अन्य क्षेत्रों में दी गई हैं।
इसके अलावा, सरकार जल्द ही 25,000 नए पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है, जिससे और अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने दावा किया कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में सिर्फ 55,431 सरकारी नौकरियां दी गईं, जबकि मौजूदा सरकार ने अपने 2 साल के कार्यकाल में ही 42,000 रोजगार के अवसर सृजित कर दिए हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के दौरान कई नौकरियों में घोटाले हुए थे, जिसके कारण भर्ती प्रक्रियाएं लटक गई थीं।
कांग्रेस सरकार ने उन रुकी हुई भर्तियों को फिर से बहाल किया और पारदर्शी तरीके से युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया।
विपक्ष पर आर्थिक मदद रोकने के आरोप
विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर केंद्र सरकार से हिमाचल को मिलने वाली आर्थिक सहायता रोकने का आरोप लगाया।
उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश एक आर्थिक रूप से वाइबल (स्वावलंबी) राज्य नहीं है और केंद्र सरकार की मदद पर निर्भर है, लेकिन भाजपा के नेता केंद्र में हिमाचल की आवाज़ को दबाने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर का उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष आर्थिक पैकेज दिया, जबकि हिमाचल प्रदेश में बीते साल भारी आपदा आई, जिससे राज्य को बहुत नुकसान हुआ, लेकिन केंद्र सरकार से एक पैसा भी मदद के रूप में नहीं मिला।
औद्योगिक विकास और आत्मनिर्भर हिमाचल की दिशा में कदम
विक्रमादित्य सिंह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार औद्योगिक विकास पर भी काम कर रही है।
सरकार ने अब तक 443 औद्योगिक प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिससे प्रदेश में निवेश बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इसके अलावा, राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के तहत भी युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
राजनीतिक तनाव और आगामी चुनावों की रणनीति
विक्रमादित्य सिंह का यह बयान राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने और भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी चुनावों को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप और तेज़ होने की संभावना है।
भाजपा सरकार पर 75,000 करोड़ रुपये के कर्ज का आरोप लगाते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है।
हालांकि, भाजपा इस दावे को खारिज करते हुए कह सकती है कि कांग्रेस सरकार सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी कर रही है और जमीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं कर रही है।
हिमाचल प्रदेश में सरकार और विपक्ष के बीच राजनीतिक टकराव जारी है। रोजगार, औद्योगिक विकास और केंद्र से आर्थिक सहायता जैसे मुद्दे राजनीतिक बहस के केंद्र में हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए भाजपा पर निशाना साधा, जबकि भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना कर रही है। आने वाले समय में यह बहस और तेज़ हो सकती है, खासकर जब राज्य में चुनावी माहौल गर्म होगा।