एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश एक बार फिर मौसम की मार झेलने को तैयार हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश में 16 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की चेतावनी जारी की है।
जो राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में तेज बारिश, बर्फबारी, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान का कारण बन सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री से बिगड़ेगा मौसम
आईएमडी के अनुसार, 16 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल तक प्रदेश के कई इलाकों में मौसम पूरी तरह अस्थिर रहने वाला है।
इस दौरान बिजली चमकने, तेज हवाएं चलने और ओले गिरने की संभावना जताई गई है।

यह पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिसका असर लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, शिमला, मंडी, चंबा और सोलन जैसे जिलों में देखने को मिलेगा।
अभी दो दिन शुष्क रहेगा मौसम
14 और 15 अप्रैल तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क और साफ बना रहेगा। हालांकि, दिन के तापमान में हल्की वृद्धि और रातों में ठंडक बनी रहेगी। इसके बाद ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होकर मौसम को प्रभावित करेगा।
IMD द्वारा जारी चेतावनी:
- 16-17 अप्रैल: आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, कहीं-कहीं गरज के साथ बारिश।
- 18-19 अप्रैल: ओलावृष्टि, आंधी और तेज बारिश की आशंका।
- पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बर्फबारी संभव।
कृषकों के लिए अलर्ट
इस मौसम परिवर्तन का सबसे बड़ा प्रभाव कृषि क्षेत्र पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और जहां संभव हो, फलों के बागों में जाल और ढकाव की व्यवस्था करें।
ओलावृष्टि से सेब, टमाटर और गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है।
जिन पर्यटकों की योजनाएं कुल्लू-मनाली, शिमला या लाहौल-स्पीति की ओर हैं, वे कृपया मौसम विभाग की ताजा एडवाइजरी का पालन करें।
बर्फबारी की संभावना वाले क्षेत्रों में वाहनों के लिए चेन या 4×4 सुविधा अनिवार्य हो सकती है।
प्रदेशवासियों को अगले कुछ दिनों में मौसम की तेजी से बदलती परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।
यात्रा और कृषि से जुड़ी गतिविधियों में सावधानी बरतें और मौसम विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।