एप्पल न्यूज, किन्नौर
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हो रही लगातार भारी बारिश के चलते प्रशासन ने किन्नौर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। प्रशासन ने यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है। सभी यात्रियों को तांगलिंग बेस कैंप से आगे बढ़ने से रोक दिया गया है और यात्रा मार्ग पर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
क्या है किन्नौर कैलाश यात्रा?
किन्नौर कैलाश यात्रा को धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह यात्रा शिवभक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। लगभग 6 दिन लंबी कठिन पदयात्रा, तंग रास्तों, ऊँचाई और मौसम की मार से जूझते हुए श्रद्धालु 16,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र किन्नौर कैलाश शिला (Shivling) के दर्शन करते हैं।

पिछले दो दिनों से किन्नौर सहित हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। मूसलधार बारिश के कारण मार्गों पर भूस्खलन, कीचड़, और जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे यात्रा मार्ग पर चलना अत्यधिक जोखिम भरा हो गया है।
प्रशासन का कहना है कि “मौसम विभाग ने क्षेत्र में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। यात्रियों की जान की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। जब तक मौसम साफ नहीं होता, तब तक यात्रा को रोक दिया गया है।”
श्रद्धालुओं को दिया गया निर्देश
किसी भी यात्री को बेस कैंप (तांगलिंग) से आगे जाने की अनुमति नहीं है।
श्रद्धालुओं को प्रशासन द्वारा बनाए गए आश्रय स्थलों और शिविरों में ठहराया गया है।
खाद्य सामग्री, चिकित्सा सुविधा और जरूरी वस्तुओं की व्यवस्था की गई है।
सभी यात्रियों से अपील की गई है कि घबराएं नहीं, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है। जैसे ही मौसम साफ होगा और रास्तों की स्थिति ठीक पाई जाएगी, यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं और उनके परिजनों से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें।
यात्रा से संबंधित ताज़ा अपडेट के लिए आधिकारिक चैनलों और सूचना केंद्रों से संपर्क में रहें।
खराब मौसम को देखते हुए नए यात्रियों को फिलहाल यात्रा पर न आने की सलाह दी गई है।



