एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। यह सत्र 18 अगस्त से 2 सितंबर तक चलेगा और कुल 12 बैठकें होंगी।
बरसात से आई भीषण प्राकृतिक आपदा और राहत कार्यों को लेकर इस बार सरकार और विपक्ष के बीच टकराव तय माना जा रहा है। पहले ही दिन सरकार नियम 130 के तहत आपदा से हुई क्षति पर चर्चा का प्रस्ताव ला रही है।
मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, विपक्ष-सत्ता पक्ष से सहयोग की अपील
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। सत्र की शुरुआत दोपहर 2 बजे होगी, जबकि इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी दलों के नेताओं की सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक दोपहर 12 बजे अध्यक्ष के चैंबर में होगी।
अध्यक्ष ने कहा कि बैठक का उद्देश्य सत्ता और विपक्ष के बीच सामंजस्य स्थापित कर सत्र को सुचारू रूप से चलाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार सदन में जनहित से जुड़े विषयों पर सार्थक चर्चा होगी और जनता की समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस पहल की जाएगी।

पहले दिन श्रद्धांजलि
सत्र के पहले दिन ऊना के चिंतपूर्णी से पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल के निधन पर सदन में शोकोद्गार प्रस्तुत किया जाएगा। इस दौरान नेता सदन, उपनेता तथा अन्य सदस्य उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
विपक्ष के तेवर पर निगाह
अब तक के सत्रों में विपक्ष ने कई बार हंगामे के चलते कार्यवाही बाधित की है। इस बार सर्वदलीय बैठक के जरिए अध्यक्ष का प्रयास है कि टकराव की स्थिति न बने और सदन सकारात्मक माहौल में चले।
विधानसभा सचिवालय को अब तक कुल 981 प्रश्न प्राप्त हुए हैं।
793 तारांकित प्रश्न (मौखिक उत्तर हेतु) और 188 अतारांकित प्रश्न (लिखित उत्तर हेतु) आए हैं।
इसके अलावा नियम 62 के तहत 13, नियम 101 के तहत 6 और नियम 130 के तहत 13 सूचनाएं सरकार को भेजी गई हैं। विधायकों को प्रश्न भेजने की अंतिम तिथि 18 अगस्त शाम 5 बजे तक तय की गई है।
पहले दिन दो ऑर्डिनेंस सदन में
शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह विधानसभा में हिमाचल प्रदेश नगर पालिका संशोधन अध्यादेश 2025 पेश करेंगे। इसके तहत नए शहरी निकायों में चुनाव दो साल तक टालने का प्रावधान किया गया है।
नगर एवं ग्राम योजना मंत्री राजेश धर्माणी हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय अध्यादेश 2025 सदन में रखेंगे। इसके जरिए तकनीकी विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति अन्य विश्वविद्यालय से करने का रास्ता खुला है।
कृषि विश्वविद्यालय से जुड़ा बिल होगा वापस
कृषि मंत्री चंद्र कुमार सदन में हिमाचल प्रदेश कृषि औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2024 वापस लेंगे। राज्यपाल ने इस बिल को मंजूरी नहीं दी थी, ऐसे में सरकार नया विधेयक लाने की तैयारी कर रही है।
विपक्ष सरकार को घेरेगा
भाजपा आपदा के बाद राहत राशि के बंटवारे और प्रभावित परिवारों तक मदद पहुँचने को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करने की तैयारी कर रही है। भाजपा की ओर से काम रोको प्रस्ताव लाने की संभावना भी जताई जा रही है।
प्रश्नकाल में संभावित टकराव
यदि पहले दिन प्रश्नकाल हुआ तो शुरुआत ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सवाल से होगी, जो आपदा राहत मैन्युअल से जुड़ा है। इसका सीधा जवाब राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी देंगे। दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस होने की संभावना है।
इसके अलावा पटवारी भर्ती, कॉलेजों में खाली पद, ग्राम रोजगार सेवकों का भत्ता और डेंटल डॉक्टरों की भर्ती जैसे मुद्दे भी प्रश्नकाल में उठेंगे।
विधानसभा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सत्र के मद्देनजर राजधानी शिमला में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा परिसर और आसपास के क्षेत्रों में 500 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
हथियार लेकर आने पर पूरी तरह रोक रहेगी और बिना पास के किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। पांच गेटों पर प्रवेश-निकास की व्यवस्था, मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। महिला पुलिस की अलग से QRT भी तैनात की गई है।
स्पष्ट है कि विधानसभा का यह मानसून सत्र प्राकृतिक आपदा और उससे जुड़े राहत कार्यों के साथ-साथ विश्वविद्यालयों के विधेयक और ऑर्डिनेंस को लेकर हंगामेदार रहने वाला है। विपक्ष और सरकार के बीच तीखी नोकझोंक की पूरी संभावना है।



