एप्पल न्यूज, शिमला
पर्यटन निगम के उपाध्यक्ष एवं विधायक आरएस बाली ने कहा कि एक जनवरी 2023से लेकर जुलाई 2025 तक की डिटेल बिजली बोर्ड से मांगी तो पाया कि ये डिटेल बिल्कुल अलग है। 32 महीनों का कुल बिल 298308 रुपए बना जबकि 14 महीने का बिल विधानसभा में करीब 678000 से अधिक दिखाया गया।
विधानसभा में जो आंकड़े रखे गया हैं वे पूरी तरह से गलत हैं। ये गंभीर विषय है ये ये जानबूझकर किया गया है तो इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ये उनके स्वाभिमान पर प्रहार किया है। ये गलत किया है। ये सभी मंत्रियों की कोठियों के बिल गलत हैं जो विधानसभा में पेश किए है। तो क्या अधिकारियों ने ये बिल चैक नहीं किए।
बाली ने कहा कि बिजली बिल की ये घटना जीरो आवर में उठाया। उन्होंने सबसे पहले बिजली सब्सिडी छोड़ी लेकिन उसका प्रचार नहीं किया।

मैं निजी तौर पर घर और व्यवसाय का 1.75 करोड़ बिल हर साल देता हूं। जो संभवतः हाईएस्ट है। ऐसे में ये षडयंत्र करना गलत है जिसकी जांच होनी चाहिए। सुधीर शर्मा द्वारा केवल 14 महीने का आंकड़ा मांगना समझ से परे है।
बाली ने कहा कि उन्होंने सरकार से चेयरमैन के तौर पर मिलने वाली सारी सुविधाएं छोड़ी। न वेतन लिया न कोई अन्य सुविधा ली। केवल गाड़ी और दफ्तर को छोड़कर जबकि ज्यादातर में अपनी पर्सनल गाड़ी का ही इस्तेमाल करता हूं। जो सरकारी गाड़ी है उसका इस्तेमाल भी साथ वाला स्टाफ करता है जो मेरी गाड़ी के साथ चलती है। इस तरह बिजली बिल का बखेड़ा कर मुझे आघात पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि नगरोटा क्षेत्र का 53 मील से 61 मील तक की सड़कों पर लगी सारी स्ट्रीट लाइटों का बिल भी वह खुद भुगतान करते हैं। और नियमित तौर बिल दिया जा रहा है।
वहीं क्षेत्र में 166 पोल में लगी लाइटों का बिल भी वह भरते हैं। ये भावना उनके पिता जीएस बाली की प्रेरणा से है। आपदा के समय सराज के लिए डीसी के माध्यम से RTGS के प्रदान किए। लेकिन कहीं प्रचार नहीं किया न ही फोटो खिंचवाए।
यही नहीं आज तक HPTDC का ही 790000 का बिल दे चुका है। जबकि मैं खुद निगम का चेयरमैन हूं। मैं खुद निगम का सबसे बड़ा ग्राहक हूं।
आज उनके ऊपर गलत बात पर ऊंगली उठाई गई है। जिस कारण मुझे अपनी बात रखनी पड़ी। सकोह बटालियन में बच्चों ने कहा यहां पार्क बनाना है खेल मैदान के लिए 7 लाख रुपए अपने निजी खाते से प्रदान किए। जबकि न धर्मशाला से मैने चुनाव लड़ना है न सराज से। AICC सचिव के तौर पर कभी हवाई टिकट नहीं लिया।
बाली ने सरकार और मीडिया से आग्रह किया कि आंकड़ों को रिकन्फर्म जरूर करें। उन्होंने घोषणा की है कि वह अपने सरकारी आवास 9 ग्रैंड लॉज का बिजली के बिल का भुगतान भी वह आज के बाद खुद करेंगे।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई – सुक्खू
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आश्वासन दिया कि इस सारे मामले की जांच कर पता लगाए जाएगा कि आखिर ऐसी गलती किस स्तर पर हुई है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।







