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77 दिन बाद SJVNL कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन और प्रबन्धन के बीच मांगों पर बनी सहमति हुआ लिखित समझौता

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एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर16 सितंबर 2025 को एसजेवीएनएल कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन 1500 मेगावाट सम्बंधित सीटू व रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन 412 मेगावाट कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन संबंधित सीटू व लुहरी हाइड्रो 210 मेगावाट कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन सम्बंधित सीटू के 1 जुलाई 2025 से चले अनिश्चितकालीन धरने के 77 दिन के बाद मजदूरों की लंबित मांगों पर 15 सिंतबर 2025 को एसजेवीएनएल प्रबन्धन व मजदूर यूनियनों के बीच ALC चंडीगढ़ की उपस्थिति मजदूरों की मांगों पर सहमति बनी और लिखित समझौता हुआ।
आज कल हुए समझौते पर हुई आम सभा में मजदूरों को संबधित करते हुए बायल व झाकड़ी में सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप डोगरा,अमित, बालकराम, नीलदत, कामराज, गुरदास, तिलक, मिलाप नेगी, प्रमोद व किसान सभा जिला सचिव देवकी नंद, दयाल भाटनु ने कहा कि सीटू हमेशा औद्योगिक शांति की पक्षधर रही है।

आज बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि नवरत्न कम्पनी एसजेवीएनएल1500 मेगावाट , 412 मेगावाट व 210 मेगावाट में ठेकेदार के माध्यम से रखे ठेका मजदूरों की मांग को लेकर 23 जून 2023 को एसजेवीएनल प्रबंधन को अपना मांग पत्र सौंपा 2 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी प्रबंधन द्वारा मजदूरों को अपनी मांगों को मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर जाने के लिए मजबूर किया और 1 जुलाई 2025 से अपने संविधानिक व लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से अनिश्चिततकालीन धरना प्रबंधन के समक्ष शुरू किया और अपनी मांगों को प्रबंधन के समक्ष उठाया।

मजदूर नेताओं ने कहा कि परियोजना के अंदर काम कर रहे कई मजदूर 60 साल काम करने बाद सेवा से मुक्त हो हो गए है। इन मजदूरों को सेवा समाप्ति के बाद कोई सेवा लाभ नहीं मिल रहा यहाँ तक कि ग्रेच्युटी कानून 1972 के तहत मिलने वाली ग्रेच्युटी प्रबंधन के द्वारा मजदूरों को नहीं दी जा रही है।

इन मज़दूरों को कोई बीमा नहीं करवाया जा रहा है जबकि केंद्र सरकार के कई सर्वजिनिक सस्थानों के द्वारा ठेका मजदूरों को ग्रेच्युटी व बीमा दिया जा रहा है एसजेवीएनएल प्रबंधन ने मजदूरों के साथ हुई बैठक में कई बार इस बात को माना कि मजदूरों का बीमा किया जाएगा कब किया जएगा कैसे और कितने का किया जाएगा इस पर कोई ठोस बात प्रबंधन के द्वारा नहीं की जा रही थी।
इस परियोजना में कार्य कर रहे सभी मजदूर लम्बे समय से परियोजना में कार्य कर रहे हैं परंतु परियोजना प्रबंधन के द्वारा मजदूरों के लिए कोई प्रमोशन पालिसी नहीं बनाई जा रही है।

यहाँ तक कि परियोजना में काफी मजदूर ऐसे हैं जिनको काम कुशल मजदूर का करवाया जा रहा वेतन अकुशल मजदूर का दिया जा रहा है काम के आधार पर पद नहीं दिया जा रहा जो श्रम कानून की खुली अवेहलना है। इन मांगों को मनवाने के लिए रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन 412मे.ठेका मजदूर यूनियन पिछले 77 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रही है।

जब मजदूर अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करते आगे बढ रहा है तब नवरत्न कम्पनी sjvnl के द्वारा 412mw के प्रबंधन द्वारा बदले की भावना से मजदूरों को पीड़ित करने का काम किया जा रहा है मजदूरों को डराया जा रहा था 1500mw के अंदर चिठ्ठी के माध्यम से डराने का काम किया जा रहा था।

परंतु चिंता की बात ये है कि जिन मुद्दों पर 15 सिंतबर 2025 को श्रम विभाग, एसजेवीएनएल प्रबंधन व यूनियनों के बीच 77 दिन के लंबे संघर्ष के बाद सहमति बनी व सहमति पहले भी बन सकती थी और प्रोजेक्टों के अंदर औद्योगिक शांति भी स्थापित की जा सकती थी।

इस बात पर एसजेवीएनएल प्रबंधन के उच्चाधिकारियों को ज़रूर चिंतन मनन करना चाहिए। क्योंकि यूनियनों हमेशा से श्रम कानूनों को लागू करने व मजदूरों की जायज मांगों को ही प्रबंधन के समक्ष उठाने का काम किया परंतु प्रबंधन द्वारा मजदूरों की मांगों को कभी गम्भीरता से नहीं लिया।

समझौता वार्ता में जो मुद्दे एसजेवीएनएल के उच्च प्रबंधन से थे उस पर सहमति बन गई है मजदूरों का बीमा 1 जनवरी 2025 से लागू किया जाएगा व ग्रेच्युटी पर निर्णय बी ओ डी की अगली बैठक जो 3 महीने के अंदर होगी फैसला लिया जाएगा।

बाकी जो श्रम कानूनों को लागू करने से सम्बंधित मुद्दे हैं काम के आधार पर पद व प्रमोशन पालिसी के मुद्दे को 1500 व 412 मेगावाट की स्थानीय प्रबंधन के साथ बेठक कर जिसकी तिथि भी लिखित में तय की गई है श्रम विभाग की उपस्थिति में सहमति से उन पर निर्णय लिया जाएगा। इन मांगों को मनवाने के लिए यूनियनों ने समस्त मजदूरों को बधाई दी।

आम सभा के माध्यम से मजदूर नेताओं ने प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि लिखित समझौते को लागू करने में या मजदूरों किसी भी प्रकार का नुकसान, भाई भतीजावाद करने की कोशिश की तो यूनियन को द्वारा से मजबूरन होकर आंदोलन करना पड़ेगा।

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