एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल की सियासत के नए ध्रुव तारा की तरह चमकने को बेताब डॉ राजीव बिंदल के हिमाचल विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद भी उनकी चमक कम होने के बजाय और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने इस्तीफा देकर भी इतिहास रच डाला और ऐसे पहले अध्यक्ष बन गए जिन्हें बाकायदा फेयरवेल पार्टी दी गई।
इस्तीफे के वक्त जहां माहौल मायूसी भरा होता था वहीं इस मौके पर इसके उलट उत्साह भरा माहौल देखा गया। खुद मुख्यमंत्री और उनके साथ मंन्त्री विधायक नेता और अधिकारी पहुंचे तो साथ मे मीडिया का जमावड़ा। जो इशारा कर रहा था आने वाली सियासत में उनके बढ़ते कद का।
विदाई समारोह में ही मुख्यमंत्री ने ऐलान भी कर दिया कि बिंदल की जरूरत सँगठन को है और पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है। वे अध्यक्ष थे और अध्यक्ष ही रहेंगे। पहले विधानसभा और अब प्रदेश भाजपा के। तो उधर डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि अभी उनके पास 36 घंटे हैं, पूरी तरह आराम करेंगे और फिर नई जिम्मेदारी निभाएंगे।
खास बात ये कि डॉ राजीव बिंदल मिड टर्म में इस्तीफा देने वाले तीसरे विधानसभा अध्यक्ष बन गए हैं। इससे पूर्व चौधरी सरवन कुमार और डॉ राधारमण शास्त्री ने इस्तीफा दिया था और दोनों के इस्तीफा देने के बाद टीएस नेगी अध्यक्ष बने थे। लेकिन इस बार इस्तीफा खुशी से दिया गया और उपाध्यक्ष हंसराज को अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा गया है।
इधर खास ये भी रहा कि इस्तीफे के तुरंत बाद मंन्त्री पद के चाहवान राकेश पठानिया और सुखराम चौधरी भी उनसे मिलने पहुंचे। तो विपक्ष की ओर से विक्रमादित्य सिंह जो सभी के आकर्षण का केंद्र बने रहे।