दीपिका शर्मा, एप्पल न्यूज़ शिमला
कोरोना से लड़ रहे हिमाचल के फ्रंट वॉरियरस के वेतन पर कैंची चला दी गई है। जानकारी है कि डॉक्टरज का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। अब सवाल ये उठ रहे हैं कि ऐसे समय में एक तरफ जहां अन्य राज्यों में डॉक्टरज को इंसेंटिव दिए जा रहे हैं लेकिन हिमाचल में डॉक्टरज का ही वेतन काट दिया गया है। इस बार डॉक्टरज को जो सेलरी आ रही है उसमें जिसमें प्रति डॉक्टरज का 6 से 10 हज़ार तक का कट सेलेरी पर लगा है।
वेतन कटने की पुष्टि तो मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने भी कर दी है। सचिव डॉ पुष्पेंद्र ने कहा है कि डॉक्टरज का ऐसे समय में वेतन काटना उचित नहीं है। इसमें वेतन काटने का सम्बंध व्यवस्था को लेकर एक अच्छे सेंकेत नहीं दे रहा है। जिससे डॉक्टरज का मनोबल भी गिर रहा है।
बताया ये भी जा रहा है कि कुछ अन्य राज्यों में डॉक्टरज को एक अच्छा इंसेंटिव दिया गया है। लेकिन हिमाचल में ऐसा नहीँ हो पाया है और सेलरी भी काट दी गई है। डॉक्टरज को अभी ये भी आशंका है कि इस बार भी उनकी पहले के मुकाबले ज्यादा वेतन कट जाने की संभावना है। कुछ डॉक्टरज की ड्यूटी तो ऐसे इलाकों में है जहां प्रति दिन कोरोना के केस आ रहे हैं। डर ये भी लगा रहता है कि कोरोना के मामले कहीं सीएचसी स्तर पर न आ जाए। ऐसे में डॉक्टरज हैरान है कि उनका एक दिन का वेतन भी क्यों काटा गया?