जयराम सरकार इस वर्ष 12000 हेक्टेयर वन भूमि पर 1 करोड़ 20 लाख पौधे करेगी रोपित- गोविंद सिंह ठाकुर
एप्पल न्यूज़, शिमला
“शौर्य दृढ़ता और कर्म निष्ठा जिसके आदर्श वाक्य हो ऐसी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के नेतृत्व में हमारे देश की हिमालयी क्षेत्र की सीमाएं सैदव सुरक्षित है” यह शब्द वन, परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शिमला स्थित तारा देवी आनंदपुर पंचायत में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल क्षेत्रीय मुख्यालय शिमला द्वारा आयोजित पौधारोपण अभियान के शुभारंभ अवसर पर कहे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने इस वर्ष 12000 हेक्टेयर वन भूमि पर 1 करोड़ 20 लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा है।
वीओ- वन,परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र सीमा बालों द्वारा चलाए जा रहे “अखिल भारतीय पौधारोपण अभियान\” का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि सेना पुलिस आज पूरे देश में 11,00,000 पौधे रोपित करेगी।
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल देश की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण को बचाने हेतु अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि सेना पुलिस के जवानों की यह वर्दी जिसको देखकर मृत शरीर में प्राण आ जाए इस वर्दी को देखकर दुश्मन भारत माता की तरफ आंख उठाने का दुःसाहस नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि सीमाओं के प्रहरियों की बदौलत ही देश शांति और सुरक्षा के साथ-साथ विकास के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर है।
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अपने गठन (1962) से लेकर वर्तमान समय तक पूरे हिमालई क्षेत्र की चीन से लगती सीमाओं की चुनौतीपूर्ण निगरानी के दायित्व कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रहा है।
इस अवसर पर वन,परिवहन युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के सभी अधिकारियों को इस पुनीत कार्य के लिए हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि वन धरती माता के फेफड़े हैं जिन्हें स्वस्थ रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।
उपस्थित जन समूह का आवाहन करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु प्रत्येक व्यक्ति पौधारोपण के इस महायज्ञ में एक-एक पौधा लगाकर आहुति डालें।
इस अवसर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के कमांडेंट दीपक कुमार पांडे उनकी धर्मपत्नी, वन विभाग के समस्त अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय पंचायत प्रधान भी उपस्थित रहे।