एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रकृति मनुष्य को सब कुछ बिना किसी अपेक्षा के प्रदान करती है। प्रकृति द्वारा मनुष्य को प्रदान की गयी सभी अनमोल वस्तुओं के धन्यवाद स्वरूप रविवार को प्रदेष भर में प्रकृति वंदन के कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसी कड़ी में हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान द्वारा भी आम लोगों की सहभागिता से षिमला के समीप रानी झांसी पार्क में प्रकृति वंदन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अगुवाई हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान के प्रांत संयोजक रजत अवस्थी ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक प्रो0 वीरसिंह रांगड़ा उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रकृति का जीवंत रूप पौधों का पूजन किया गया। उनकी परिक्रमा करते हुए इसके संरक्षण के दायित्व की जिम्मेवारी स्वीकार करने की षपथ भी ली गयी। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ0 वीरसिंह रांगड़ा ने प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि प्रकृति हमारा हर प्रकार से रक्षण व पोषण करती है। हमंे हर वस्तु प्रकृति से ही मिलती है। प्रकृति हमारे जीवन का आधार है लेकिन फिर भी प्रकृति के अत्यधिक छेड़छाड़ करने पर हमें प्रकृति के उग्र रूप को झेलना पड़ता है। उन्होंने कहा प्रकृति को नाराज करने पर मनुष्य को जलप्रलय, भू-स्खलन और प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है। सेवा संस्थान के प्रांत संयोजक रजत अवस्थी ने युवाओं को प्रकृति वंदन जैसे कार्यक्रमों से जुड़ने का आह्वान किया जो मनुष्य और प्रकृति में समन्वय बनाते हैं। प्रकृति-वंदन कार्यक्रम के लिए 10077 लोगों ने आॅनलाईन पंजीकरण किया।
हिन्दु आध्यात्मिक और सेवा संस्थान विष्व स्तर पर 25 से अधिक देषों में मनाया गया प्रकृति वंदन
प्रकृति वंदन का आयोजन देष के 500 से अधिक केंद्रों और विष्व स्तर पर 25 से अधिक देषों में सुबह 10 से 11 बजे तक आयोजित किया गया।
प्रकृति वंदन कार्यक्रम राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने प्रषंसा की है। उन्होंने इस कार्यक्रम को करने वाले आयोजकों को बधाई दी है।