एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आईजीएमसी शिमला से राज्य में इस अभियान की शुरुआत की और कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के पहले चरण में राज्य के स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों सहित अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को 93000 खुराकें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज राज्य में 27 चिन्हित स्थलों के माध्यम से 2,529 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताआंे को खुराक दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 74,500 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीकाकरण किया जाएगा और प्रत्येक लाभार्थी को दो खुराक दी जाएंगी। दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल के बाद दी जाएगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण की प्रभावी निगरानी के लिए राज्य स्तरीय संचालन समिति, राज्य टास्क फोर्स, जिला टास्क फोर्स और खंड टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य टीकाकरण स्टोर की स्थापना शिमला में की गई है, जबकि मंडी और धर्मशाला में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर और राज्य मंे 386 कोल्ड चेन प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि लाभार्थियांे के अनुसार राज्य द्वारा पर्याप्त मात्रा में एडी सिरिंज भी प्राप्त किए गए हैं और जिलों को भी वितरित किए गए हैं और 0.5 मि.ली. एडी सीरिंज का अतिरिक्त स्टाॅक राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला, क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी और धर्मशाला में संग्रहित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रैफरल तंत्र स्थापित करने और कोविन ऐप पर रिपोर्ट के लिए सैशन साइट वैक्सिनेटरों को प्रतिकूल घटना अनुगामी प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि एईएफआई मामलों की आकस्मिकता आंकलन के लिए पलमोनोलाॅजिस्ट और मेडिसिन विशेषज्ञों के अतिरिक्त सदस्यों के साथ राज्य और जिला स्तर पर एईएफआई समितियां अधिसूचित की गई हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि टीकाकरण अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न चिन्हित स्थलों पर ड्राई रन भी आयोजित किए गए हैं। उन्होंने राज्य के लोगों से कोविड-19 वैक्सीन प्रशासित होने के बावजूद सभी सावधानियां सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक एनएचएम डाॅ. निपुण जिंदल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रवि शर्मा, प्रधानाचार्य आइजीएमसी डाॅ. रजनीश पठानिया, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।