एप्पल न्यूज़, शिमला
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप की अध्यक्षता में जिलाधीश शिमला के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता सुजाता मंडल खान द्वारा पश्चिम बंगाल के अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग की गई कि अनुसूचित जाति वर्ग के विरूद्ध अपशब्द व अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के लिए तृणमूल कांग्रेस की नेता के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए ताकि संविधान में निहित इस वर्ग के अधिकारों की रक्षा हो सके और संविधान की गरिमा भी बनी रहे। (ज्ञापन की काॅपी संलग्न)भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांग्रेस से पूछा कि इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस पार्टी चुप क्यों है।
इस प्रतिनिधि मण्डल में प्रदेश भर स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, प्रदेश कार्यालय सचिव प्यार सिंह, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी करण नंदा, जिलाध्यक्ष रवि मैहता, प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राजपाल सिंह मौजूद रहे।
ज्ञापन
प्रतिष्ठा में,
महामहिम राष्ट्रपति महोदय,राष्ट्रपति भवन,नई दिल्ली-110011
द्वारा:उपायुक्त महोदय,जिला शिमला हिमाचल प्रदेश।
विषय:ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता श्रीमती सुजाता मंडल खान द्वारा पश्चिम बंगाल के अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों पर अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ शिकायत संबंधी ज्ञापन।
महोदय,
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश आपके संज्ञान में यह विषय लाना चाहती है कि पश्चिम बंगाल में आॅल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता श्रीमती सुजाता मंडल खान ने अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों को लेकर अत्यंत अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि:-“Even though Mamata Banerjee has helped the poor Scheduled Castes, yet their scarcity will never mitigate. There is a saying that some are beggar by nature while others are beggars by circumstances”. The Scheduled castes here are beggars by nature.”
’’भिखारी स्वभाव से होते हंै, या अभाव से, पश्चिम बंगाल में अनुसूचित स्वभाव से भिखारी है। ममता दीदी के इतना करने के बाद भी भाजपा के पास पहुँच गए’’।
पश्चिम बंगाल के अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों को ’भिखारी’ कहकर अपमानित करने वाला तृणमूल कांग्रेस की नेता का यह बयान घोर आपत्तिजनक है। यह निंदनीय बयान पश्चिम बंगाल के सभी अनुसूचित जाति के लोगों को इरादतन अपमानित करने वाला है।
महोदय, हमारे देश के संविधान में देश के सभी नागरिकों के लिए सामाजिक एवं आर्थिक न्याय, अवसरों में समानता और व्यक्ति की गरिमा व सम्मान की रक्षा की भावना अंतर्निहित है। संविधान के अनुच्छेद-46 के अनुसार, ’’राज्य समाज के कमजोर वर्गों में शैक्षणिक और आर्थिक हितों विशेषतः अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों का विशेष ध्यान रखेगा और उन्हें सामाजिक अन्याय एवं सभी प्रकार के शोषण से संरक्षित रखेगा।’’ हमारा संविधान यह संरक्षण देता है कि किसी को अपमानित नहीं किया जा सके। तृणमूल कांग्रेस की नेता द्वारा एस.सी. समुदाय के लोगों को ’भिखारी’ कहा जाना, आई.पी.सी. के कई प्रावधानों का भी उल्लंघन है।
तृणमूल कांग्रेस की नेता श्रीमती सुजाता मंडल खान द्वारा दिया ऐसा आपत्तिजनक तथा अपमानित करने वाला बयान बाबा साहब अंबेडकर द्वारा रखे गये लोकतंत्र व गणराज्य की परिकल्पना के खिलाफ है।
इस संबंध में केन्द्रीय चुनाव आयोग तथा अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय आयोग के समक्ष शिकायत ज्ञापन दिया गया है।
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश आपसे सादर अनुरोध करती है कि संविधान सम्मत व्यवस्था के अनुरूप अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नेता के बयान का कड़ा संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करें।