सोलन महाविद्यालय में पीआरएसआई का “जनसंपर्क में करियर की संभावना” विषय पर सेमिनार का आयोजन
एप्पल न्यूज़, सोलन
पब्लिक रिलेशन शासन और जनता के बीच की खाई को पाटने के लिए पुल की भूमिका निभाता है। पब्लिक रिलेशन आज समय की जरूरत है और हर विभाग और संस्थान की रीढ़ है।
किसी भी संस्थान के कार्यों और योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने में पब्लिक रिलेशन की अहं भूमिका है। यही नहीं पब्लिक रिलेशन और मीडिया क्षेत्र में रोजगार की अपार सम्भावनाएँ हैं लेकिन जरूरत है कौशल की।
ये उदगार पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया शिमला चैप्टर तथा पत्रकारिता तथा जनसंचार विभाग राजकीय महाविद्यालय सोलन के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को आयोजित सेमिनार में चैप्टर के अध्यक्ष डॉ रणबीर वर्मा के हैं।
सोलन महाविद्यालय में “जनसंपर्क में करियर की संभावना” विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार में पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया शिमला चैप्टर के अध्यक्ष तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉक्टर रणबीर वर्मा ,उपाध्यक्ष एम एस पावर इंस्टिट्यूट ऑफ़ कम्युनिकेशन एंड मैनेजमेंट के डायरेक्टर डॉक्टर बीएस पवार, समिति के कोषाध्यक्ष जगमोहन शर्मा वरिष्ठ पत्रकार तेजपाल नेगी, यूनिवर्सिटी ऑफ़ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री नौनी के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी प्रेम दत्त भारद्वाज, राजकीय महाविद्यालय सोलन के पत्रकारिता एवं जनसंचार के प्रोफेसर डॉ मुकेश कुमार शर्मा ने मुख्य वक्ताओं की भूमिका निभाई l
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया शिमला चैप्टर के अध्यक्ष डॉक्टर रणवीर वर्मा ने चैप्टर के इतिहास और उद्देश्य ke बारे मे विस्तृत जानकारी देते ही बताया कि 1958 से लेकर आज तक पब्लिक रिलेशन की भूमिका काफी अधिक बढ़ गई है।
आज अगर संस्थान में अलग से पब्लिक रिलेशन विभाग है जो संस्थान की छवि सुधारने और संस्थान के कार्यकलापों को आम जन तक मीडिया के मध्यम से पहुंचाने मे एक कड़ी का कम करता है।
उन्होने छात्रों को जनसंपर्क और पत्रकारिता तथा जनसंचार में कैरियर संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।
इसके पश्चात पिआरएसआई शिमला चैप्टर के उपाध्यक्ष डॉ बीएस पवार ने “रोल एंड करियर एवेन्यूज ऑफ पब्लिक रिलेशंस इन कॉरपोरेट सेक्टर एंड पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग” विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
डॉ पवार ने कहा कि वह भी एक दौर था जब पत्रकारिता के साथ पब्लिक रिलेशन को मात्र एक चैप्टर के रूप मे पढाया जाता था लेकिन आज समय की जरूरत के साथ नेता जनसंपर्क विषय हर विश्वविद्यालय और संस्थानों में अलग से पढाया जा रहा है।
आज पब्लिक रिलेशन इतना सशक्त हो गया है कि इसे बिना मीडिया का काम भी नहीं चल सकता। इसलिए युवाओं मे इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के अनेक अवसर उपलब्ध हैं।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार तेजपाल नेगी ने उपस्थित छात्रों को अपने लंबी पत्रकारिता के लंबे अनुभवों को साझा करते ही कहा कि मिशन से शुरू हुई पत्रकारिता आज तकनीक के साथ पूरी तरह से बदल गई है।
कट थ्रोट कंपीटीशन के दौर में अब पत्रकारों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई है। फ़ेक न्यूज के चलते सही और तथ्यपरक सूचना को जनता तक पहुंचाना पत्रकार की नैतिक जिम्मेदारी है जिसे वे बखूबी निभा रहे हैं।
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया शिमला चैप्टर के कोषाध्यक्ष जगमोहन शर्मा ने डिजिटल मीडिया में रोजगार की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज डिजिटल मीडिया का युग है। पाठक लंबी लंबे लेख पढ़ने के बजाय केवल सूचना चाहता है।
बड़े से बड़े अखबार चैनल और अन्य सभी मीडिया संस्थान परंपरागत माध्यमों के साथ ही डिजिटल माध्यमों को अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों की तर्ज पर युवाओं को डिग्री या डिप्लोमा करते हुए प्रेक्टिकल वर्क करना चाहिए ताकि पढाई के साथ कमाई भी हो सके।
जग मोहन शर्मा ने कहा कि तकनीक के साथ चलते हुए अपनी स्किल को बढ़ाते रहें। मीडिया क्षेत्र में रोजगार की कोई कमी नहीं लेकिन जरूरत है तो हर विधा को जानने वाले की। उन्होंने जनसंपर्क के छात्रों से आगढ़ किया कि वे स्थानीय किसी भी मीडिया संस्थान में जाकर पढाई के बाद समय जरूर दें ताकि तजुर्बा हासिल हो सके।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटी ऑफ़ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री नौणी के पूर्व जनसंपर्क अधिकारी प्रेम दत्त भारद्वाज ने भी अपने जनसंपर्क के अनुभवों को साझा किया। सेमिनार के अंत में पत्रकारिता तथा जनसंचार तथा जनसंपर्क विषय से जुड़े प्रोफेशनल के द्वारा उपस्थित छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रीता शर्मा ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर पत्रकारिता विभाग तथा पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के शिमला चैप्टर का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस तरह के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर, गैर शिक्षक, जेएमसी, पीजीडीसीए और एमए के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेl