एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में सरकार ने कर्मचारियों से सहयोग मांगा है। सहयोग के तौर पर कर्मचारियों का एक व दो दिनों के वेतन में कटौती होगी। प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों के वेतन में दो दिनों तथा तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के वेतन में एक दिन की कटौती होगी। वेतन में कटौती से एकत्र राशि का उपयोग सरकार कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में करेगी।
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती के निर्देश जारी किए हैं। सभी विभागों के वितरण एवं आहरण अधिकारी (डीडीओ) वेतन में कटौती से एकत्र रकम को कोविड-19 के लिए गठित कोष में छोटा शिमला स्थित एसबीआई व एचडीएफसी बैंक की शाखाओं में जमा करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों के वेतन से दो दिनों की कटौती होगी। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के वेतन से एक दिन की कटौती की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं में काम करने वाले नियमित व अनुबंध कर्मियों से एक दिन का वेतन कोविड.19 सॉलिडेरिटी रिस्पांस फंड में जाएगा।
आदेशों के मुताबिक सरकारी विभागों, सार्वजिनक उपक्रमों व स्वायत संस्थाओं में सेवारत नियमित व अनुबंध कर्मचारियों के वेतन से संबंधित डीडीओ को वेतन से कटौती करने के लिए निर्देशित किया गया है। कोरोना संकट काल में सरकार न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती , बल्कि सामाजिक कल्याण की गतिविधियों के लिए लगातार धन खर्च कर रही है। सामाजिक दायित्यों का निर्वहन करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कर्मचारी वर्ग से सहयोग करने की अपील की गई है।
सभी विभागों, निगम, बोर्डों व स्वाययत संस्थाओं के लेखा अधिकारी उक्त वेतन कटौती की कार्रवाई करेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में नियमित कर्मचारियों की संख्या करीब एक लाख 81 हजार है। इसके अलावा 25579 अनुबंध कर्मचारी हैं। बीते साल भी कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में सरकार ने सभी कर्मचारियों के वेतन में एक दिन की कटौती की थी।