शर्मा जी, एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
बुशहर रियासत और हिमाचल प्रदेश के अंतिम राजा वीरभद्र सिंह की अंतिम विदाई 12 मुखी बमाण पर होगी। बुशहर रियासत के किन्नौर, डंसा, लालसा, कूहल और अन्य क्षेत्रों के ‘बड़ई’ ‘ओड’ दो दिन से लगातार बमाण के निर्माण में जुटे हैं।
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शुक्रवार सुबह से ही 7 बड़ई इस काम मे लगे हैं। उन्होंने कहा कि केवल राजा के परिवार के लिए ही 12 मुखी बमाण बनाया जाता है। जबकि राणा, ठाकुर और कुँवर के लिए 8 और 10 मुखी बमाण बनाए जाते हैं।
इस बमाण को शुद्ध देवदार की लकड़ी से बनाया जाता है। जिसमें हाथी के जीभ निकले 12 मुख बनाए जाते हैं। साथ ही फूल और पत्तियों की नक्काशी की जाती है। वहीं आम लोगों के लिए सामान्य बमाण बनाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि राज कुमार की मृत्यु पर कई वर्ष पूर्व भी उन्होंने बमाण बनाया था। भगवान न करे उन्हें फिर ऐसा बमाण बनाने का मौका मिले क्योंकि राजा वीरभद्र सिंह जैसी शख्सियत दूसरी नहीं हो सकती।