एप्पल न्यूज़, नौणी सोलन
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के प्रशासनिक अधिकारियों ने विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे अफगानिस्तान के छात्रों से बातचीत की और उनके परिवार का हाल चाल जाना। वर्तमान में विवि में अफगानिस्तान के आठ छात्र पीएचडी, एमएससी और एमबीए कार्यक्रमों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन छात्रों को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा फेलोशिप प्रदान की गई है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रशांत सरकेक, छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. जे के दूबे और अंतरराष्ट्रीय छात्रावास के वार्डन डॉ आर के गुप्ता ने बुधवार को सभी छात्रों के साथ बैठक की। यह बैठक कुलपति डॉ. परविंदर कौशल के निर्देश पर की गई।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने छात्रों से बात की और उन्हें विश्वविद्यालय में शिक्षा और उनके ठहरने को आरामदायक बनाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया। चूंकि पिछले साल कोविड़ के कारण शैक्षणिक सत्र देरी से शुरू हुआ था, इसलिए विश्वविद्यालय ने कुछ छात्रों के वीजा के विस्तार की एप्लिकेशन को पहले ही संबन्धित विभाग को भेज दिया है और उन्हें उनकी डिग्री पूरी करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आश्वासन दिया है।
कुलसचिव ने सभी छात्रों से उनके परिवारों का हालचाल भी जाना। छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. जे के दूबे ने कहा कि विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि इन छात्रों को वैक्सीन की दूसरी खुराक अग्रिम रूप से दी जाए ताकि जरूरत पड़ने पर इन छात्रों को अपने देश की यात्रा करने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि छात्रों के विभागाध्यक्ष द्वारा भी बातचीत की जा रही है और सभी छात्रों को प्रेरित किया जा रहा है।
सभी अफगान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन, कर्मचारियों, छात्रों और आईसीएआर से मिल रहे सभी समर्थन के आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वे उनके परिवार अफगानिस्तान में सुरक्षित है और वह लगातार उनके संपर्क में हैं। कई छात्रों ने फेलोशिप उपलब्ध कराए जाने पर भारत में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने की इच्छा भी व्यक्त की। उन्होंने आशा जताई कि जल्द से जल्द उनके देश में हालात सामान्य हो।