एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों को फिलहाल पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। शीतकालीन विधानसभा सत्र के पहले दिन एक सवाल के लिखित उत्तर में सरकार ने कहा है कि नई पेंशन व्यवस्था केंद्रीय कर्मचारियों तथा लगभग सभी राज्यों के कर्मचारियों पर लागू है। इसलिए वर्तमान समय में पुरानी पेंशन बहाली करना संभव नहीं है।
पुरानी पेंशन योजना लागू करने पर एकमुश्त अनुमानित व्यय लगभग 2000 करोड होगा तथा प्रतिवर्ष आवर्ती व्यय लगभग 500 करोड़ होने का अनुमान है। 3 वर्षों में विभिन्न विभागों में 23931 नियुक्तियां की गई है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, नैना देवी के विधायक रामलाल ठाकुर, नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू और किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने सरकार से पूछा था कि सरकार पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का विचार रखती है, यदि हां, तो कब तक, यदि नहीं तो कारण?
इसके अलावा यह भी पूछा गया था कि पुरानी पेंशन योजना लागू होने पर प्रदेश सरकार को प्रतिवर्ष कितनी अतिरिक्त राशि व्यय करनी पड़ेगी और 3 वर्षों में विभिन्न विभागों में की गई नियुक्तियों का ब्यौरा बहक मांगा गया था।