एप्पल न्यूज़, शिमला
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने शिमला में भाजपा से पूछा कि बताएं कहाँ है हर साल दिए जाने वाले 2 करोड़ रोजगार। अब तक तो 16 करोड़ को रोजगार मिल जाना चाहिए था। क्या मेनिफेस्टो किसी और पार्टी ने बनाया था या फिर भाजपा ने ही।
वहीं 47.5% बेरोजगारी है। 22% युवा बेरोजगार हैं। ऐसे में देखें युवा कहां है। प्रदेश और केंद्र सरकार के विभागों में पद खाली पड़े हैं। अब पूर्व में किए साक्षात्कार के आधार पर अपने चहेतों की भर्ती कर रहे हैं।
पैरामिलिट्री फोर्स में नियुक्तियां नहीं की। सेना में हर साल एक लाख की भर्ती होती थी लेकिन अब योजना को बदल दिया। देश की सुरक्षा के लिए अग्निपथ सही नहीं। हिमाचल बहादुरों का देश है और परमवीर और बहादुरी के कितने ही मैडल हिमाचल के जवानों को मिले। 4 साल की भर्ती में 25% फौज में रहेंगे 75% बाहर हो जाएंगे। इसे रोजगार के साथ नहीं जोड़ा जा सकता।
अभी भी पूर्व सैनिकों के लिए रिजर्वेशन में 5% भर्ती भी नहीं हुई हैं। 11 लाख देंगे पेंशन नहीं होगी तो फिर क्या करेंगे, क्या सब सिक्योरिटी गार्ड थोड़े बनेंगे। भारत कोई अमीर देश नहीं है।
प्रदेश में 2.5 लाख पूर्व सैनिक है। पीएम, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री से पूछा कि बताएं भविष्य में चीन और पाकिस्तान जैसे देशों से कैसे लड़ेंगे। कांग्रेस ने अग्निवीर में 25% के बजाय 50% को नियमित करने की मांग की। इसका हिसाब वो दें जिन्होंने ये किया।
महंगाई पर अनान्द शर्मा ने पूछा कि ये काबू में क्यों नहीं आ रही। आज महंगाई दर 7.4% है। RBI को उसके कारण देने चाहिए। ये गम्भीर विषय है। महंगाई से हर वर्ग परेशान है। बताएं केंद्र सरकार ने क्या कदम उठाए जिससे महंगाई कम हो।
भारत के एक % देश की आमदनी का 21.7% है और 33% पूंजी के स्वामी हैं। 10% के पास देश की समाप्ति के 57% हिस्सा है। वहीं नीचे के 50% के पास मात्र 5.9% है। इतनी असमानता क्यों। इसका भी जवाब दें।
तेल के दाम और गैस सिलेंडर के दाम इतने अधिक क्यों, इसका भी जवाब दें जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत कम है।
2014 में एक डॉलर 58 रुपये का था आज 83 रुपये का कैसे हो गया। भाजपा का केंद्रीय इंजन इस पर भी प्रकाश डाले।
आनन्द शर्मा ने कहा कि उन्होंने हिमाचल को भी बनते देखा है। सरकार आती जाती है लेकिन विकास निरन्तर रहता है।
प्रधानमंत्री देश के सबके होते हैं। सबका योगदान रहता है। सरदार पटेल की जयंती मनाई लेकिन स्व इंदिरा गांधी की शहादत को न नमन किया न याद किया। वह तो सिटिंग पीएम थी। थोड़ा सोचें क्या यह इतिहास का अपमान नहीं। हिमाचल के तो अस्तित्व ही उनकी देन है।
2014 से पहले भारत परवाणू शक्ति बन चुका था, चाँद पर पहुंच चुका था, बालाकोट के बाद सर्जिकल स्ट्राइक भी कर दी थी, 1971 का युद्ध भी याद रखना चाहिए। 2 अकाल झेल चुका था। बंग्लादेश के एक करोड़ शरणार्थियों को रखा। पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और भारतीय सेना की सबसे बड़ी जीत थी। इतिहास का शीर्षासन न करवाएं, ये आग्रह किया।
योगी आदित्यनाथ पर आनन्द शर्मा ने कहा कि राजनीति और धर्म अलग होता है। जनता समाज की सेवा करनी है जिसे चुना जाता है, तो उसके लिए सबसे बड़ा धर्मग्रंथ संविधान होता है।
हिमाचल में बदलाव होगा निश्चित है और कांग्रेस की सरकार बनेगी।
उन्होंने पूछा कि भाजपा क्यों एक परिवार के पीछे पड़ी है। जब उनके पास मुद्दे नहीं होते और गम्भीर नहीं होते तो इस तरह का सवाल करते हैं।
कांग्रेस विधायक दल खुद तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका अधिकार भाजपा नेताओं को नहीं है।