एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज हमीरपुर चयन आयोग के माध्यम से हुई भर्तियों में हुए फर्जीवाड़े को लेकर चर्चा हुई।
नियम 130 के अन्तर्गत केवल सिंह पठानिया, मलेन्द्र राजन सुरेश कुमार एवं अजय सोलंकी ने चर्चा के लिए प्रस्ताव लाया। हालांकि इस चर्चा के दौरान विपक्ष सदन से नदारद ही रहा।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सदन में चर्चा के जवाब में कहा कि हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने का फैसला हजारों युवाओं के भविष्य को देखकर लिया गया। बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।
पेपर लीक के मामलों को हमारी सरकार ने गंभीरता से लिया। जिन अन्य मामलों में भी गड़बड़ी होगी, उनमें भी जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे बढ़ेंगे।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नया चयन आयोग पूरी तरह से पारदर्शी होगा और पेपर लीक की संभावना खत्म होगी। तीन महीने में नया आयोग बनेगा।
नए आयोग का दफ्तर हमीरपुर जिले में ही होगा। नाम नया होगा और जो कर्मचारी अभी आयोग में थे उन्हें नए आयोग में नियुक्ति नहीं मिलेगी।
रोटेशन के आधार पर नए आयोग में ईमानदार कर्मचारियों को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़े में संलिप्त पाए जाने वाले सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।