एप्पल न्यूज, शिमला
शिमला में पानी की समस्या को लेकर नगर निगम मेयर सुरेंद्र चौहान ने एक बैठक आयोजित की और शिमला के लोगों को पानी सुचारू रूप से देने के दिशा निर्देश जारी किए।
मॉनसून की शुरुआती बरसातों ने ही शिमला को पानी देने वाले स्रोतों को सिल्ट से भर दिया है।
नतीजा यह है कि शिमला को 40 से 45 एमएलडी पानी हर रोज मिलता था वह घटकर 25 से 30 एमएलडी रह गया है।
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि पानी के मुख्य स्रोतों में भारी बारिश की वजह से सिल्ट आने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। जिसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
2024- 25 तक शिमला के लोगों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल जायेगा। क्योंकि सतलुज से पानी उठाने के साथ नये टैंक बनाए जा रहे है।