एप्पल न्यूज़, शिमला
इंद्र दत्त लखनपाल ने लिखा- “मैंने हिमाचल व बड़सर विधानसभा क्षेत्र के हितों को लेकर क्रॉस वोटिंग करने का निर्णय लिया था , आज दिन तक राज्य सभा से हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले व्यक्ति को ही भेजा जाता रहा जो हिमाचल के हितों को केन्द्र में उठाए.
इससे पूर्व कांग्रेस से माननीय पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री आनंद शर्मा जी को हमेशा से राज्यसभा के लिए भेजा जाता था इस बार प्रदेश के बाहरी राज्य के व्यक्ति को कांग्रेस से राज्य सभा से भेजा जा रहा था इसके लिए हमने हाई कमान से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी !
श्री हर्ष महाजन जी जो की हिमाचल प्रदेश से संबंध रखते हैं जो हिमाचल के हितों को केन्द्र में उठाएंगे उसको लेकर हमने उनके पक्ष में वोट किया है,
प्रदेश प्रभारी श्री राजीव शुक्ला जी व तजेंद्र बीटू जी ने सरकार बनने के बाद कितनी बार प्रदेश का दौरा किया और विधायकों की अनदेखी होती रही , इसका मतलब साफ है की प्रभारी सिर्फ हिमाचल में केवल घूमने ही आते हैं !
और रही बात बड़सर विधानसभा क्षेत्र की मैंने जो हमारे बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दे थे उनके ऊपर कई बार माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत करवाया लेकिन झूठे आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला.
जब माननीय मुख्यमंत्री बड़सर दौरे पर आए थे तो मैंने बड़सर के मुद्दों से अवगत करवाया PHC भोटा को स्त्रोन्नत करने की बात कही उसका दर्जा बढ़ाया तो क्या उसमे जो 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं दी जाती थी उनको भी बंद कर दिया गया.
भोटा से प्रतिनिधिमंडल के साथ जब मिले तो झूठा आश्वासन ही मिला ,बड़सर अस्पताल के 100 विस्तर करने की मांग को भी अधर में लटका कर रखा है, CHC बिझडी की फाइल को पिछले एक साल से लटका कर रखा है.
जब भी स्वास्थ्य सचिव से इस बारे बात की तो उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी , उनके तानाशाह रवेये से पुरे प्रदेश की स्वास्थ्य की सेवाएं चरमराई हुई हैं , बड़सर में बस अड्डे की फाइल को अधर में लटका कर रखा है.
हमारे जल शक्ति विभाग की 132 करोड रुपए की स्कीम का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री जी कर के गए और बाद में उस स्कीम के टेंडर को सरकार कैंसल करने की बात कर रही है.
जब टेंडर लगा दिया जाता है तो उसको कैंसल नहीं किया जा सकता इसके लिए मैने जब बात की तो इसको अनदेखा किया गया , बड़सर क्षेत्र से लॉन्ग रूट से परिवहन विभाग की बसों के रूट को बदल दिए गए.
जब इसके बारे माननीय मंत्री जी व माननीय मुख्यमंत्री जी से बात की गई तो इसके लिए अनदेखी की गई, बड़सर विधानसभा क्षेत्र में बहारी लोगों जिन्हे सलहकार बना कर कैबिनेट रैंक देकर उनकी दखलअंदाजी से भी हमारे क्षेत्र के विकास को रोकने का प्रयास किया गया.
जिन लोगों ने कांग्रेस के खिलाफ चुनावों में कार्य किया और जिन्होंने चुनाव लडा उनके साथ कैबिनेट रैंक के व्यक्ति मिलकर बैठकें कर रहें है
एक साल से चुने हुए विधायकों को अनदेखा किया जा रहा था , मैं अपने 42 साल के राजनीति के कैरियर में इतना हताश नहीं हुआ , बड़सर विधानसभा क्षेत्र की जनता ने मुझे 3 बार प्यार दिया है.
मैं बड़सर की जनता के हितों को लेकर फैसला लिया है और आगे भी बड़सर की जनता का आशीर्वाद मिलता रहेगा और मैं भी बड़सर की जनता के आत्मसम्मान के लिए लड़ता रहूंगा.
जो विधानसभा स्पीकर द्वारा 6 विधायकों का निष्कासन किया गया है इसके लिए आगे की रणनीति हम सभी 6 विधायक बैठकर बनाएंगे.