एप्पल न्यूज़, शिमला
सुक्खू और बागियों में सुलह का आसार नहीं लग रहा है. कम होने के बजाय ये तकरार लगातार बढ़ती ही जा रही है. क्योंकि सुक्खू सरकार अब बागियों को निशाने पर लेकर उन पर गाज गिरने जो लग गई है.
सुक्खू सरकार ने अब सुधीर शर्मा के समर्थक 5 नामित पार्षदों को नगर निगम धर्मशाला से हटा दिया है जो संकेत देता है कि सब कुछ ठीक नहीं है.
ये इशारा है इस बात का कि बागियों को मनाने की कोशिश नाकाम हो रही है और सुक्खू सरकार पर संकट बरकरार है. कल ही सुक्खू ने एक जनसभा मे बागियों को काला नाग की संज्ञा दी थी. जिससे माहौल और गर्मा गया.
b बागी विधायक राजेंद्र राणा ने तो साफ कह दिया कि प्रदेश मे कांग्रेस बचानी है तो सुक्खू को हटाओ अन्यथा कांग्रेस का सफाया होना तय है.
वहीं सुधीर शर्मा ने कांगड़ी बोली में लिखा है “ओछ्यो मिला गोछा, तिन्नी लाई लाई फ़ाड़या”
ऐसे में कांग्रेस पार्टी के भीतर की ये बगावत को मोड़ तक पहुंचाएगी, इसे लेकर करीकृत और नेता असमंझस में हैं कि करें तो करें क्या. किसका साथ दें किसे छोड़ें.