“भुट्टो को कूटो” मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र में वोटों के जरिये भुट्टो को सबक सिखाने की कही थी बात
एप्पल न्यूज़, शिमला
भोरंज के विधायक सुरेश कुमार ने कहा है कि भाजपा नेता हार देखकर बौखलाहट में जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, यह जनता है सब कुछ जानती है।
भुट्टो को कूटो के जिस बयान पर भाजपा हाय तौबा मचा रही है, उसे चुनाव आयोग व जनता के सामने आधा-अधूरा प्रस्तुत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने भुट्टो को कूटने की बात कभी नहीं की, ना ही वह कभी इस तरह की बयानबाजी करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कुटलैहड़ के समूर कलां में कहा था, भुट्टो के खिलाफ इतने वोट डालो कि कांग्रेस उम्मीदवार के मतों की संख्या देखकर उसे सबक मिले।
सुरेश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है और बिकाऊ को कभी नहीं जिताएगी। भाजपा नेताओं को जनता के रुख का पता चल चुका है इसलिए भुट्टो और अन्य बिकाऊ नेता लोगों के सामने खुद को पाक साफ साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के खिलाफ बोलने के लिए भाजपा के पास कुछ नहीं है, इसलिए अब तथ्यों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ पूरे प्रदेश की जनता कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। भाजपा के धनबल का जवाब उसे जनबल से मिल रहा है, इसलिए उनकी नींद हराम हो चुकी है।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि भाजपा की चारों लोकसभा और छह विधानसभा सीटों पर हार निश्चित है। भाजपा नेता भी यह जान चुके हैं कि अब जुमलेबाजी और नहीं चलेगी।
प्रदेश सरकार ने अपने 15 महीने के कार्यकाल ने इतना अभूतपूर्व विकास किया है कि भाजपा मुद्दाविहीन हो गई है। कांग्रेस सरकार ने 1.36 लाख कर्मचारियों को ओपीएस दी, महिलाओं व बहनों को 1500 रुपये दिए, निराश्रित बच्चों के लिए सुख आश्रय योजना लाई, युवाओं को रोजगार के लिए 670 करोड़ की स्टार्ट अप योजना शुरू की।
दूध पर एमएसपी देने वाला पहला राज्य है। मुख्यमंत्री ने मनरेगा की दिहाड़ी एक साथ 60 रुपये बढ़ाई, पुलिस कर्मियों की डाइट मनी 200 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये की। 15 महीने में ही कुल 10 में से 5 गारंटियों को पूरा कर दिया।
जबकि भाजपा ओपीएस का विरोध करती रही, महिलाओं के 1500 रुपये रुकवाने के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर चुनाव आयोग तक पहुंच गए।
भाजपा कभी जनता की हितैषी नहीं हो सकती। इसलिए तथ्यों को तोड़ना मरोड़ना बंद कर जनता की अदालत के फैसले की प्रतीक्षा करे।