एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश के आयुष विभाग के चिकित्सक व आयुर्वेदिक फर्मासिस्ट जो 30 सितम्बर 2021 को अपना तीन साल का अनुबन्ध समय पूरा कर चुके है आखिर कब रेगुलर होंगे।
कोरोना काल में कोरोना वॉरियर्स की ख्याति तो दे दी पर रेगुलर के होने के लिए इन्हें इतना इन्तजार करना पड़ रहा है। जबकि अन्य विभागों ने अपने कर्मचारियों को महीने के पहले हफ्ते में ही रेगुलर कर दिया है।
रेगुलर होने में देरी होने से इन कर्मचारियों के सालाना वेतन वृद्धि व वरिष्ठता पर असर पड़ता है ! इसलिये इसमें देरी करना इन कर्मचारियों के हित में नहीं है !
आप सभी जानते है आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र ज्यादातर दूरदराज के स्थानों पर खुले है और वंहा पे लोगों की सेवाएं दे रहे है।
बात करे अन्य सेवाओं की क्षय रोग उन्मूलन ,पोलियो ड्यूटी , पोषण अभियान आदि में निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे है !
बात करे कोरोना काल की उसमे भी फ्रंट लाइन वर्कर बन कर फिर चाहे वो एक्टिव फाइंड केस अभियान हो, कोविड सेंटर में ड्यूटी,बेरियर डयूटी हो या फिर हिम सुरक्षा अभियान हो इन सब में दिन रात काम किया है ! इनके इन कार्यों के लिये मुख्यमंत्री ने खुद इन कर्मचारियों की सेवाओं को सराहा था !
चिकित्सकों व फार्मासिस्टों का कहना है कि कोरोना वोरियर्ज के इन सब कार्यों को मध्यनजर रखते हुए इन्हें जल्द से जल्द रेगुलर किया जाना चाहिए।