SJVN Corporate ad_E2_16x25
SJVN Corporate ad_H1_16x25
previous arrow
next arrow
IMG-20240928-WA0004
IMG_20241031_075910
previous arrow
next arrow

HPU-10-12वीं के टॉपर 1st ईयर में फेल, अब हंगामा, शिमला में SFI-ABVP का धरना प्रदर्शन, सदमे में विद्यार्थी मांगी रि-चैकिंग

IMG-20240928-WA0003
SJVN Corporate ad_H1_16x25
SJVN Corporate ad_E2_16x25
Display advertisement
previous arrow
next arrow

एप्पल न्यूज़, शिमला

हिमाचल प्रदेश विवि आजकल यूजी परीक्षा परिणाम को लेकर चर्चा में है. छह माह बाद यूजी प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम तो निकाला. लेकिन इस परीक्षा परिणाम में प्रदेश के विभिन्न कालेजों में पढ़ने वाले 80 फीसदी छात्र फेल हो गए।

वैसे परीक्षा परिणाम 40 दिन के अंदर आने चाहिए. परीक्षा परिणाम के बाद कई छात्र सदमे में है तो कुछ के आत्महत्या करने की कोशिशों की खबरें आ रही है. जिसको लेकर छात्र संगठनों ने एचपीयू प्रशासन के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।

एक सप्ताह पहले आए परीक्षा परिणाम के बाद से छात्र संगठन हिमाचल प्रदेश विवि के खिलाफ़ धरने प्रदर्शन कर रहे है. छात्र आंदोलन से डरे विवि के वीसी से लेकर बड़े अधिकारी सोमवार को अपनी कुर्सी पर नज़र नही आए।

परीक्षा परिणाम में 10th व 12th में 94 और 95% अंक थे उसको भी फेल कर दिया है. कांगड़ा के जैसिंहपूर की सगुन ने 10th व 12th में 94 और 95% अंक प्राप्त किए थे और बीएससी कर रही थी लेकिन उसको फेल कर दिया

अधरंग के मरीज सगुन के पिता कश्मीर सिंह ने बताया कि परीक्षा परिणाम आने के बाद से बेटी सदमे में है और कुछ भी कर सकती है. बेटी के लिए वह HPU पहुंचे थे लेकिन उन्हे किसी नही पूछा।


ABVP ने एचपीयू में भी वीसी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. छात्रों का आरोप है कि इस बार एचपीयू ने पेपर चैकिंग के लिए कम्प्यूटर का इस्तेमाल किया यानी मैनुअल आधार पर पेपर चैक नहीं हुए. जिसकी वजह से छात्र में फेल कर दिए गए हैं।

ABVP का कहना है की विवि द्वारा मामले को जल्द हल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 5 दिन के बाद छात्रों को अभी तक कोई राहत नहीं दी गई है जिसके चलते आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

,,,उधर SFI ने भी हिमाचल विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों के भविष्य से साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया

SFI का कहना है कि कई विद्यार्थियों को 1-1 या 2-2 नंबर से फेल कर दिया गया है और कई सब्जेक्ट ऐसे हैं जिसमें कि विद्यार्थियों को नंबर ही नहीं मिले हैं. आधे अधूरे परीक्षा परिणाम को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ़ छात्रों क रोष है।

SFI 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर बैठ गई है. यदि प्रशासन नही जागता है तो विश्वविद्यालय का घेराव करते हुए शहर के कालेजों सहित विश्वविद्यालय को ताला लगाएगी।

हालांकि एचपीयू प्रशासन ने अब विकल्प दिया है कि छात्र इसके लिए रि-चैकिंग और रि-इवैल्यूएशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें 300 रुपए फीस प्रति सब्जेक्ट देनी होगी. रि-चैकिंग में केवल जो कुल अंक दिए हैं उनका दोबारा जोड़ किया जाएगी जबकि पुनर्मूल्याकंन में किसी अन्य शिक्षक से पेपर चैक करवाए जाएंगे।

वैसे खराब परीक्षा परिणाम आने का कारण कोविड भी माना जा रहा है.कोविड में दो साल छात्रों को प्रोमोट किया गया है तो ऐसे में छात्र इस बार भी इसी तरह की मनोस्थिति में थे.

Share from A4appleNews:

Next Post

किन्नौर के पानवी गाँव में आग से दो मंजिला लकड़ी का मकान जलकर राख

Wed Nov 30 , 2022
एप्पल न्यूज़, किन्नौर किन्नौर जिला के पानवी गाँव में आग से दो मंजिला मकान के जलने की सूचना है। जानकारी के अनुसार पानवी गांव में ये पूरा मकान लकड़ी का बना हुआ था। आग किस कारण लगी एभी इसकी कोई जानकारी नहीं है। देर रात को लगी आग से पूरा […]

You May Like

Breaking News