“उड़ता हिमाचल”- चिट्टे की तस्करी में पुलिस कर्मियों के साथ ही नेताओं की संलिप्तता की आशंका, कई संदिग्धों की सूची तैयार

एप्पल न्यूज, शिमला

हिमाचल प्रदेश में नशे का काला कारोबार तेजी से फैल रहा है, और अब इसमें पुलिस कर्मियों और नेताओं की संलिप्तता की आशंका ने राज्य में हड़कंप मचा दिया है।

“उड़ता हिमाचल” की यह सच्चाई पंजाब के “उड़ता पंजाब” से कम डरावनी नहीं है। हिमाचल प्रदेश में चिट्टा (हेरोइन) तस्करी के मामलों में पुलिस कर्मियों और नेताओं की संलिप्तता की आशंका जताई जा रही है।

शिकायतों के आधार पर विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने प्रदेश के कई जिलों में पुलिस कर्मियों और तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि चिट्टा तस्करी में कुछ पुलिस कर्मियों के अलावा नेता भी शामिल हो सकते हैं।

पुलिस विभाग ने 60 संदिग्ध व्यक्तियों की सूची तैयार की है, जिसमें पुलिस कर्मचारियों और नेताओं के नाम शामिल हैं। हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता है कि ये सभी चिट्टा तस्करी में शामिल हैं।

एसटीएफ ने कुछ घरों में छापेमारी की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। हालांकि, कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि कहीं पुलिस वालों के संबंध नशा तस्करों के साथ तो नहीं हैं। आने वाले समय में हिमाचल में फिर से छापेमारी की जा सकती है।

लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में यह छापेमारी की गई है। ऊना, बद्दी और बिलासपुर में पुलिस कर्मियों के घरों पर कार्रवाई से गृह विभाग की किरकिरी भी हो रही है।

उल्लेखनीय है कि हिमाचल में चिट्टे से युवाओं की मौत हो रही है और यह समस्या घर-घर तक पहुंच गई है। सरकार के महकमों में उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों के बेटे भी नशे की चपेट में आ गए हैं। प्रदेश सरकार भी नशे के खिलाफ अब सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।

इसके अतिरिक्त, सोलन पुलिस ने चिट्टा तस्करी के एक मामले में 6 तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी प्रदेश भर में चिट्टा तस्करी कर करोड़ों रुपये कमा रहे थे।

हिमाचल प्रदेश में चिट्टा तस्करी की बढ़ती समस्या को देखते हुए सरकार और पुलिस विभाग द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, पुलिस कर्मियों और नेताओं की संलिप्तता की आशंका ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।

अगर हिमाचल में नशे के इस काले जाल को नहीं रोका गया तो यह “देवभूमि” जल्द ही “उड़ता हिमाचल” बन जाएगा। पुलिस और नेताओं की संलिप्तता की जांच पूरी पारदर्शिता से होनी चाहिए, ताकि असली दोषियों को सजा मिले और हिमाचल के युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे।

क्या है पूरा मामला?

  • हिमाचल पुलिस के विशेष कार्य बल (STF) ने 60 संदिग्धों की सूची तैयार की है, जिसमें कुछ पुलिस कर्मियों और राजनेताओं के भी शामिल होने की आशंका है।
  • यह जांच चिट्टा (हेरोइन) तस्करों से बरामद मोबाइल डेटा और कॉल डिटेल्स (CDR) के विश्लेषण के बाद शुरू हुई।
  • पुलिस विभाग के कुछ कर्मियों पर शक है कि उन्होंने नशा तस्करों से सांठगांठ कर ली है।

किन जिलों में हुई छापेमारी?

STF ने लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर लगभग सभी जिलों में छापेमारी की। ऊना, बद्दी, बिलासपुर और सोलन जैसे इलाकों में नशे की तस्करी का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया है।

पुलिस और नेताओं की संलिप्तता पर शक क्यों?

  • जब भी नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होती है, कई बार उन्हें पहले ही सूचना लीक हो जाती है
  • कुछ पुलिस कर्मियों पर आरोप हैं कि वे तस्करों को संरक्षण देते हैं या सबूतों को नष्ट करने में मदद करते हैं।
  • कुछ स्थानीय नेताओं और प्रभावशाली लोगों के तार भी इस काले धंधे से जुड़े हो सकते हैं।

सरकार और पुलिस की कार्रवाई

  • हिमाचल सरकार ने नशा माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं
  • STF और पुलिस विभाग इस लिस्ट में शामिल संदिग्ध पुलिस कर्मियों और नेताओं की भूमिका की गहराई से जांच कर रही है
  • कई संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।

चिट्टा तस्करी से बढ़ता खतरा

  • हिमाचल में युवाओं में नशे की लत खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है
  • चिट्टे के कारण कई युवाओं की मौत के मामले सामने आए हैं
  • राज्य में नशे की वजह से अपराध दर भी बढ़ रही है, जैसे चोरी, हिंसा और मर्डर केस।

“उड़ता हिमाचल” से निपटने के लिए क्या जरूरी?

  1. सख्त कानूनी कार्रवाई: पुलिस और नेताओं की संलिप्तता की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
  2. सुरक्षा एजेंसियों का सुधार: भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि अपराधियों को संरक्षण न मिले।
  3. युवाओं के लिए पुनर्वास केंद्र: नशे के शिकार युवाओं को बचाने के लिए अधिक नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएं।
  4. जनता की भागीदारी: समाज को नशे के खिलाफ जागरूक किया जाए और लोगों को इस मुहिम में शामिल किया जाए।
Share from A4appleNews:

Next Post

‘हिमईरा’ ग्रामीण महिलाओं में ला रहा सकारात्मक बदलाव, ‘हिमईरा’ उत्पादों को एक माह में मिले एक हजार ऑर्डर

Sun Feb 9 , 2025
एप्पल न्यूज, शिमला महिलाओं को सशक्त और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की हिमाचल प्रदेश सरकार की पहल के आशाजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 3 जनवरी 2025 को आधिकारिक तौर पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म  himira.co.in    लॉन्च किया था और अब तक इसे अति उत्साहजनक […]

You May Like

Breaking News