एप्पल न्यूज, शिमला/बिलासपुर
बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 14 मार्च को पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर हुए जानलेवा हमले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
इस टीम का नेतृत्व केन्द्रीय रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) सौम्या संभशिवन करेंगी, और पूरी जांच अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) ज्ञानेश्वर सिंह की निगरानी में होगी।
कैसे हुआ हमला?
14 मार्च 2025 की रात करीब 9 बजे, जब बंबर ठाकुर अपने घर पर मौजूद थे, तभी चार अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
- हमलावरों ने लगभग 12 गोलियां चलाईं।
- बंबर ठाकुर के पैर में गोली लगी, जिससे वे घायल हो गए।
- उनका निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत AIIMS बिलासपुर में भर्ती कराया गया।
- घटना के बाद हमलावर फरार हो गए और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी।

हमले के पीछे की संभावित वजह
बंबर ठाकुर हिमाचल प्रदेश में नशा विरोधी अभियान चला रहे थे और विशेष रूप से ‘चिट्टा’ (सिंथेटिक ड्रग) के अवैध व्यापार के खिलाफ मुखर थे।
उनका परिवार इस हमले के पीछे ड्रग माफिया के हाथ होने की आशंका जता रहा है।
- ठाकुर लंबे समय से नशे के खिलाफ आवाज उठा रहे थे और ड्रग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
- यह भी संदेह है कि इस हमले में पेशेवर शूटरों का इस्तेमाल किया गया हो।
बंबर ठाकुर ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि उन्हें पहले भी धमकियां मिल चुकी थीं, लेकिन वे पीछे नहीं हटे।
इससे पहले भी हो चुका है हमला
यह पहली बार नहीं है जब बंबर ठाकुर पर हमला हुआ हो। फरवरी 2024 में भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हुए थे।
- 2024 के हमले की जांच के दौरान यह सामने आया कि बंबर ठाकुर के बेटे पुरंजन ठाकुर ने हमलावरों में से एक को मारने के लिए शूटर को सुपारी दी थी।
- इस खुलासे के बाद पुरंजन ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस नए हमले के पीछे क्या कारण हैं, क्या यह पुरानी दुश्मनी से जुड़ा है या फिर ड्रग माफिया की साजिश है—SIT इन सभी एंगल्स की जांच करेगी।
SIT की जांच और पुलिस की कार्रवाई
हमले की गंभीरता को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से SIT का गठन किया।
SIT की प्रमुख जिम्मेदारियां:
- हमलावरों की पहचान करना और उन्हें जल्द गिरफ्तार करना।
- हमले के पीछे की साजिश का खुलासा करना।
- यह जांच करना कि हमलावरों के तार ड्रग माफिया से जुड़े हैं या नहीं।
- बंबर ठाकुर की सुरक्षा को और मजबूत करना।
SIT में शामिल अधिकारी:
- सौम्या संभशिवन – डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG), केन्द्रीय रेंज (टीम प्रमुख)
- संदीप धवल – पुलिस अधीक्षक (SP), बिलासपुर
- चंदर पॉल – उप-अधीक्षक (Dy SP)
- हरमन सिंह – इंस्पेक्टर
पुलिस का कहना है कि हमलावरों की तलाश में विशेष अभियान शुरू किया गया है और जल्द ही मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद हिमाचल प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।
- कांग्रेस पार्टी ने इस हमले की निंदा की और कहा कि बंबर ठाकुर की सुरक्षा में लापरवाही बरती गई थी।
- भाजपा सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है।
- बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए और नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
अब आगे क्या होगा?
- SIT जल्द ही अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट पेश करेगी।
- पुलिस हमलावरों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
- सरकार ने कहा है कि अगर इसमें कोई बड़ा गिरोह शामिल पाया जाता है, तो NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से जांच कराई जा सकती है।
- बंबर ठाकुर की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
बिलासपुर गोलीकांड न केवल एक सामान्य आपराधिक घटना है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश में बढ़ते अपराध और नशे के कारोबार से जुड़ा एक गंभीर मामला है।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि SIT इस जांच को किस दिशा में आगे बढ़ाती है और असली दोषियों तक पहुंचती है या नहीं।