तीसा उपमंडल की सनवाल पंचायत में मनरेगा योजना के तहत की गई पौध खरीद में एसडीएम जांच में खुली गड़बड़ियों की परतें, ग्रामीण विकास विभाग ने की कार्रवाई
एप्पल न्यूज, चम्बा
चंबा जिले के तीसा उपमंडल की ग्राम पंचायत सनवाल में मनरेगा योजना के तहत सेब के पौधों की खरीद में करोड़ों रुपये की अनियमितता सामने आने के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है।
ग्रामीण विकास विभाग ने तत्कालीन खंड विकास अधिकारी (BDO) मनीष कुमार को निलंबित कर दिया है।
यह कार्रवाई एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है, जिसमें करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए सेब के पौधों की खरीद में कई गड़बड़ियों और नियमों की अवहेलना की बात सामने आई है।

सूत्रों के अनुसार, मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत सनवाल में बागवानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में सेब के पौधे खरीदे गए थे।
लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव रहा और पौधों की गुणवत्ता, कीमत, आपूर्तिकर्ता का चयन आदि में कई अनियमितताएं पाई गईं।
शिकायत मिलने के बाद एसडीएम ने मौके पर जाकर जांच की, जिसमें गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि हुई। इसके बाद विभागीय जांच बिठाई गई, जिसके आधार पर BDO के निलंबन की सिफारिश की गई।
ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक राघव शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि मनरेगा जैसी महत्त्वपूर्ण योजना में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखना आवश्यक है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की अनियमितताओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रकरण ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जमीनी स्तर पर लागू की जाने वाली सरकारी योजनाओं की निगरानी और पारदर्शिता के लिए क्या पर्याप्त व्यवस्था मौजूद है।
अब यह देखना होगा कि आगे इस मामले में और किन-किन अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाती है और क्या अन्य पंचायतों में भी इसी तरह की गड़बड़ियों की जांच शुरू की जाएगी।