एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से बिगड़े हालात को देखते हुए विधानसभा ने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह किया है। गुरुवार को सदन में विपक्ष के शोर-शराबे के बीच यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नियम 102 के तहत यह प्रस्ताव सदन में रखा। उन्होंने तीन जिलों में हाल ही में आई भयंकर आपदा का हवाला देते हुए विशेष आर्थिक सहायता की मांग केंद्र सरकार से की।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इस पर चर्चा की अनुमति दी और अंततः प्रस्ताव को पारित कर केंद्र को भेजने की स्वीकृति दी।

हालांकि गुरुवार को सदन का कार्यक्रम प्राइवेट मेंबर डे के लिए तय था, लेकिन आपदा की गंभीरता को देखते हुए अध्यक्ष ने विशेष चर्चा की अनुमति दी।
प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया, तो भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए और मंत्री के जवाब खत्म होने तक हंगामा करते रहे। इस बीच ही प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा हिमाचल की हितैषी नहीं, बल्कि दुश्मन है। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2023 की आपदा के समय भी कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था।
अब पूरा मामला केंद्र सरकार के पाले में है कि वह हिमाचल की इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करती है या नहीं।






