एप्पल न्यूज़, शिमला
11 अक्टूबर को वर्ल्ड बिग बर्ड डे को पूरे विश्व में मनाया गया जिसका मुख्य उद्देश्य दुनिया के सभी लोगों को पक्षियों के संरक्षण के प्रति प्रेरित करना है ताकि विश्व स्तर पर एक विशाल सूची को तैयार किया जा सके और पक्षियों की प्रवासन पैटर्न को भी स्टडी किया जा सके।
पूरे विश्व में 7570 के लगभग पक्षी प्रजातिययों को ebird के माध्यम से रिकॉर्ड किया गया , भारतवर्ष में भी यह उत्सव अछे से मनाया गया और भारत में 744 पक्षी प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया ।
हर वर्ष की भांति हिमाचल प्रदेश से भी सभी पक्षी प्रेमियों ने भी इसमें भाग लिया और पूरे भारतवर्ष में 17वें स्थान पर रहा हिमाचल प्रदेश के 8 जिलों से इस उत्सव में सहभागिता रही जिसमे 149 पक्षी प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया जिसमें तीन जिलों में किन्नौर, कांगड़ा और सिरमौर में पक्षियों की सबसे ज्यादा प्रजातियां रिकॉर्ड की गयी ।

किन्नौर जिला से वन्यप्राणी परिक्षेत्र सांगला की पूरी टीम ने भाग लिया ,जिनमें रक्छम छितकुल में पूरे दिन बर्ड सर्वे किया गया , और ebird के माध्यम से ऑनलाइन सबमिट किया गया , टीम के सदस्यों में रूप सिंह, गोपाल नेगी , संतोष कुमार ठाकुर , छायानन्द , पवन कुमार, कुमारी अल्पना, कुमारी सोनिया, चंद्रप्रकाश , प्रशांत नेगी और अंबिका ने भाग लिया।
रक्छम छितकुल और किन्नौर जिला में पांच ट्रैक्स में सर्वे किया गया ,और 69 बर्ड स्पीशीज को रिकॉर्ड किया गया , उनमे से तीन से चार स्पीशीज इस क्षेत्र से पहली बार रिपोर्ट की गई
Bluethroat
Gargany
Temmincks stint
Eurasian hobby .
अशोक नेगी ,आईएफएस उप अरण्यपाल सराहन ने बताया कि इस तरह का सर्वे वन्यप्राणी प्रभाग समय समय पर करवाता रहता है ताकि हमे विभिन्न पक्षी प्रजातियों के बारे में पता चलता रहे कि कौन सी बर्ड स्पीशीज किस समय क्षेत्र अनुसार आती है ,और जिससे क्षेत्र के अनुसार पक्षी प्रजातियों की सूची तैयार की जा सके।
अक्टूबर बिग बर्ड डे 2025 सर्वेक्षण को सफल बनाने के लिए संतोष ठाकुर उपवनराजिक के नेतृत्व में वन्यप्राणी परिक्षेत्र सांगला की पूरी टीम के सदस्यों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ जिनकी इस सहभागिता से किन्नौर जिला के अंतर्गत रक्छम छितकुल वन्यप्राणी अभ्यारण्य स्थल पूरे विश्व पटल पर स्थापित हुई। वन्यप्राणी प्रभाग ,पक्षी प्रजातिओं के संरक्षण में हमेशा इसी तरह से कार्य करता रहेगा।







