एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रदेश के ऊपर 60,000 करोड़ रुपया का ऋण है, केंद्र से आर्थिक सहायता के नाम पर केवल झुनझुने दिए जा रहे हैं, सूबे में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है दो साल में 500 से ज़्यादा बलात्कार के मामले, अपहरण छेड़-छाड़ के मामले आए दिन बढ़ते जा रहे हैं,स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर “हिमकैर” योजना के तहत सरासर ग़रीब रोगियों को लूटा जा रहा है जिसका उदाहरण कुछ ही दिन पहले हमें IGMC मैं देखने को मिला । प्रदेश के अधिकतर CHC, PHC मैं सारे पद रिक़्त पड़े हुए है , वही हाल सरकारी पाठशालाओं मैं है , हाल ही में छपी एक रिपोर्ट में सूबे में क़रीबन 11 हज़ार TGT, PGT, वह अन्य शिक्षकों की कमी है ।
जनमंच के नाम पर अपने की विधायक की इज़्ज़त की धज्जियाँ उन्ही के मंत्री द्वारा उड़ाई जा रही है , जिसका उदाहरण हमें मंडी के “सेरी मंच” पर देखा जहाँ स्थानीय विधायक पंडित अनिल शर्मा को सरकार के मंत्री वह सांसद द्वारा मंच पर हाई पानी – पानी कर डाला । जन मंच सही रूप में “झंड मंच” में तब्दील हो चुका है ।
हाल ही में हमारे द्वारा विधानसभा में लगाए प्रश्न में जवाब मिला कि आजप्रदेश में 11, लाख रजिस्टर्ड बेरोज़गार युवा है, INVESTORS MEET के नाम पर धर्मशाला में सरकार 16 करोड़ का केवल तंबू लगा दिया जिसमें न ही TATA , AMBANI , ADANI वह देश के अन्य जाने माने उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया।मुख्यमंत्री जी ने खुद बयान दे दिया की MOU (MEMORANDUM OF UNDERSTANDING) को निवेश में तब्दील होने की कोई गारंटी नहीं होती ।
एक साल का जश्न पिछले साल धर्मशाला मैं मनाया गया जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाया जिन्होंने हिमाचल को पैकेज का नाम पर केवल आश्वासन ही दिए हैं परंतु सरकारी कोष से उस रैली के लिए पाँच करोड़ का ख़र्चा हुआ जिसमें BDO और SDM को विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी को ज़बरन रैली में लाने के आदेश दिए गए ।
दो साल पूरे होने पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान जिस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जश्न के लिए बुलाया जा रहा है जिसके लिए बकायदा HRTC की बसों का दुरुपयोग सरकार द्वारा जनता के पैसे पर किया जा रहा है ।
इस तरह का जश्न करने का क्या औचित्य है..
लेखक… विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस विधायक