शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी के ब्यान पर कि प्रदेश में जयराम ठाकुर के मुख्य मन्त्री रहते इतनी बर्फवारी हुई है, पर हैरानी जताते हुए कहा है कि इस तरह की अन्धी भक्ति दिखा कर प्रदेश की जनता का कोई भी हित होने वाला नहीं है । यदि उनको पहली बार किसी उच्च पद पर काम करने का मौका मिला है तो उन्हें किसी व्यक्ति विशेष की अन्धी भक्ति ना दिखाकर जिस पद पर उन्हें जिम्मा दिया गया है उसका कार्य निष्ठापूर्वक निपटाना चाहिए साथ ही उन्हें अपने स्थानीय लोगों की समस्याओं को निपटाने में भी अपना सहयोग देना चाहिए ।
साथ ही उन्होंने उनके इस व्यान पर भी कड़़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि वह जिन कान्वेंट स्कूल/ कॉलेज से पढे हैं उनके पिता वीरभद्र सिंह भी उसी स्कूल और कालेज से शिक्षा ग्रहण करके प्रदेश के छः बार मुख्य मन्त्री व लगभग सभी देश के सभी प्रधानमन्त्रियों के साथ केन्द्र में मन्त्री रहे हैं । इसलिए मेरी हिन्दी और अंग्रेजी में बराबर की पकड़ है और इसकी चिन्ता करने की उन्हें जरूरत नहीं है ।
साथ ही उन्होंने कहा है कि भाजपा में अन्धभक्तों का कुनवा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जो सार्वजनिक लोगों के हितों को आगे ले जाने में कोई काम नहीं कर रहे हैं । उन्होंने ऐसे लोगो से आग्रह किया है कि उन्हें बेतुकी बातें न करके जन सेवा में अपना ध्यान लगाना चाहिए ।